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क्या ट्रंप का शांति प्रस्ताव इजराइल-हमास संघर्ष का अंत करेगा?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल-हमास संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक 20 बिंदुओं का शांति प्रस्ताव पेश किया है। इस प्रस्ताव में युद्धविराम, बंधकों की रिहाई और गाजा का पुनर्निर्माण शामिल है। इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इस योजना का समर्थन किया है, लेकिन हमास की प्रतिक्रिया अभी भी अनिश्चित है। क्या यह प्रस्ताव संघर्ष को समाप्त कर पाएगा? जानें इस लेख में सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में।
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क्या ट्रंप का शांति प्रस्ताव इजराइल-हमास संघर्ष का अंत करेगा?

ट्रंप का शांति प्रस्ताव: एक नया मोड़

ट्रंप का शांति प्रस्ताव: इजराइल-हमास के बीच चल रहे संघर्ष में 29 सितंबर 2025 को एक नया मोड़ आया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में स्थायी शांति स्थापित करने के लिए 20 बिंदुओं की एक ऐतिहासिक योजना का ऐलान किया। इस दौरान इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए इसे क्षेत्र में स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।


हमास की प्रतिक्रिया और चुनौतियाँ

हालांकि, इस योजना के कार्यान्वयन में सबसे बड़ी बाधा हमास की प्रतिक्रिया है। नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि इजराइल किसी भी स्थिति में हमास को शासन का अवसर नहीं देगा। ट्रंप ने भी कहा कि यदि हमास इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता, तो इजराइल को उसे समाप्त करने का पूरा अधिकार होगा, और अमेरिका इसमें सहयोग करेगा। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि क्या हमास इस प्रस्ताव को स्वीकार करेगा या गाजा में संघर्ष और बढ़ेगा।


ट्रंप की योजना के मुख्य बिंदु

ट्रंप की योजना का मुख्य फोकस गाजा और इजराइल के बीच तत्काल युद्धविराम और बंधकों की रिहाई पर है। इसमें 72 घंटे के भीतर सभी इजरायली बंधकों को रिहा करने की शर्त रखी गई है। इसके साथ ही, इजराइल को गाजा में कैद 250 उम्रकैदियों और 1700 अन्य बंदियों को छोड़ना होगा।


  • तुरंत युद्धविराम – इजराइल और हमास के बीच संघर्ष को रोकने का वादा।
  • बंधकों की रिहाई – हमास 72 घंटे में सभी इजरायली बंधकों को छोड़ेगा।
  • कैदियों की रिहाई – इजराइल 250 उम्रकैदियों और 1700 अन्य कैदियों को छोड़ेगा।
  • गाजा का पुनर्निर्माण – अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकास योजनाएं बनाई जाएंगी।
  • सुरक्षा बल की तैनाती – गाजा में स्थिरता के लिए अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल मौजूद रहेंगे।
  • सीमा सुरक्षा – इजराइल-मिस्र सीमा पर अतिरिक्त सुरक्षा उपाय।
  • मानवाधिकार सुनिश्चित – अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा निगरानी।
  • शांति वार्ता की शुरुआत – इजराइल और फिलिस्तीन के बीच स्थायी समाधान के लिए बातचीत।


नेतन्याहू का दृष्टिकोण

नेतन्याहू ने ट्रंप की योजना का समर्थन किया है, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि हमास को गाजा में शासन का मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि एक शांतिपूर्ण प्रशासन गाजा की जिम्मेदारी संभालेगा और धीरे-धीरे इजराइल वहां से पीछे हटेगा। इसके अलावा, हमास को सभी हथियार छोड़ने होंगे।


हमास की स्थिति: अनिश्चितता

हमास ने अभी तक इस योजना पर औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। उनका कहना है कि उन्हें ट्रंप का प्रस्ताव औपचारिक रूप से प्राप्त नहीं हुआ है। कुछ सूत्रों का कहना है कि हमास इस पर सकारात्मक रूप से विचार कर रहा है, लेकिन उनके एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रस्ताव की शर्तें इजराइल के पक्ष में हैं।


फिलिस्तीनी सरकार ने ट्रंप की योजना का स्वागत किया है और इसे 'ईमानदार प्रयास' बताया है। उन्होंने वादा किया कि युद्ध के अंत के एक साल के भीतर नए संसदीय और राष्ट्रपति चुनाव होंगे।


विश्लेषण: अवसर या चुनौती?

विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना इजराइल और फिलिस्तीनी सरकार दोनों के लिए अवसर लेकर आई है। इजराइल को गाजा में अपनी सैन्य कार्रवाई को वैधता देने का मौका मिलेगा, जबकि फिलिस्तीनी सरकार गाजा में शासन का जिम्मा संभाल सकती है। लेकिन हमास के लिए यह योजना एक बड़ा झटका है, क्योंकि इसमें उनके शासन के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं।