Newzfatafatlogo

क्या ट्रंप का सीजफायर सिर्फ एक रणनीतिक चाल है? जानें ईरान के खामेनेई की स्थिति

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल और ईरान के बीच सीजफायर की घोषणा की है, लेकिन इसके पीछे की रणनीति पर सवाल उठ रहे हैं। क्या यह केवल एक जाल है ताकि ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई को उनके बंकर से बाहर लाया जा सके? इजराइल की धमकियों और ट्रंप के बयानों के बीच, यह जानना महत्वपूर्ण है कि क्या यह शांति की घोषणा वास्तव में एक मनोवैज्ञानिक युद्ध है। जानें इस जटिल स्थिति के बारे में और अधिक।
 | 
क्या ट्रंप का सीजफायर सिर्फ एक रणनीतिक चाल है? जानें ईरान के खामेनेई की स्थिति

ट्रंप की शांति की घोषणा और उसके पीछे की रणनीति

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भले ही इजराइल और ईरान के बीच युद्धविराम की घोषणा की हो, लेकिन इसके पीछे की वास्तविकता पर कई सवाल उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह शांति का प्रयास केवल एक जाल है, जिसका उद्देश्य ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्ला अली खामेनेई को उनके बंकर से बाहर लाना है?


युद्ध की शुरुआत से ही खामेनेई एक गुप्त बंकर में छिपे हुए हैं, जहां से वह युद्ध की रणनीति तैयार कर रहे हैं। अमेरिका और इजराइल के लिए खामेनेई एक प्रमुख लक्ष्य बन चुके हैं।


इजराइल की धमकियां और ट्रंप का इशारा

इजराइल दे चुका है धमकी, ट्रंप ने भी दिया इशारा


इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि जब तक खामेनेई जीवित हैं, तब तक इजराइल को शांति नहीं मिलेगी। इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने खामेनेई की तुलना सद्दाम हुसैन से करते हुए उन्हें फांसी पर लटकाने की बात कही थी। ट्रंप ने भी सोशल मीडिया पर लिखा कि 'हमें पता है खामेनेई कहां छिपे हैं, वे हमारे लिए आसान लक्ष्य हैं, लेकिन हम फिलहाल उन्हें मारेंगे नहीं।' इन बयानों ने यह सवाल और भी मजबूत कर दिया है कि क्या सीजफायर केवल एक मनोवैज्ञानिक युद्ध है।


बंकरों पर बमबारी और खामेनेई की स्थिति

बंकरों पर गिराए जा चुके हैं बम, पर खामेनेई तक नहीं पहुंचा निशाना


हाल के हफ्तों में, इजराइल की वायु सेना ने उन सभी संभावित बंकरों पर बम गिराए हैं, जहां खामेनेई के होने की संभावना थी। लेकिन परिणाम अपेक्षित नहीं रहे। अब अमेरिका और इजराइल को लगने लगा है कि जब तक बमबारी जारी रहेगी, खामेनेई बंकर से बाहर नहीं आएंगे। इसलिए शांति की घोषणा की गई है ताकि जैसे ही वह बाहर आएं, उन्हें निशाना बनाया जा सके।


ट्रंप का बयान और उसकी व्याख्या

ट्रंप बोले- तख्तापलट नहीं चाहते, लेकिन संदेश साफ


हालांकि ट्रंप ने हाल ही में कहा कि अमेरिका का ईरान में सत्ता परिवर्तन का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं नहीं चाहता कि अराजकता फैले। ईरानी लोग अच्छे व्यापारी हैं, उनके पास तेल है, उन्हें ठीक रहना चाहिए।' लेकिन कूटनीतिक हलकों में यह बयान एक 'राजनीतिक ढाल' के रूप में देखा जा रहा है, जो अमेरिका और इजराइल की गहरी और दीर्घकालिक रणनीति को दर्शाता है।