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क्या डोनाल्ड ट्रंप की यूएन यात्रा में हुई घटनाएं थीं जानबूझकर की गई साजिश?

डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी यूएन यात्रा के दौरान हुई तकनीकी घटनाओं को जानबूझकर की गई साजिश बताया है। उन्होंने एस्केलेटर की खराबी, टेलीप्रॉम्प्टर में दिक्कत और साउंड सिस्टम की समस्याओं का जिक्र किया। ट्रंप ने इन घटनाओं की जांच की मांग की है, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने इन आरोपों को खारिज किया है। क्या ये घटनाएं सच में साजिश का हिस्सा थीं? जानें पूरी कहानी में।
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क्या डोनाल्ड ट्रंप की यूएन यात्रा में हुई घटनाएं थीं जानबूझकर की गई साजिश?

डोनाल्ड ट्रंप का यूएन में विवादित अनुभव

डोनाल्ड ट्रंप का यूएन में अनुभव: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में अपनी हालिया यात्रा के दौरान हुई तकनीकी समस्याओं को सामान्य घटनाएं मानने से इनकार किया है। उन्होंने इसे जानबूझकर की गई साजिश बताया और कहा कि इन मामलों की गहन जांच सीक्रेट सर्विस द्वारा की जाएगी। ट्रंप ने अपने बयान में लिखा, "कल यूएन में एक नहीं, दो नहीं, बल्कि तीन चौंकाने वाली घटनाएं हुईं। यह पूरी तरह से शर्मनाक था।"


एस्केलेटर में आई खराबी

एस्केलेटर की खराबी: ट्रंप ने पहली घटना का जिक्र करते हुए बताया कि जब वे मुख्य भाषण स्थल की ओर बढ़ रहे थे, तब एस्केलेटर अचानक रुक गया। उन्होंने कहा कि यदि उन्होंने और मेलानिया ने रेलिंग को मजबूती से नहीं पकड़ा होता, तो यह गंभीर दुर्घटना बन सकती थी। ट्रंप ने इसे स्पष्ट रूप से तोड़फोड़ का मामला बताया और कहा कि पहले भी यूएन के कर्मचारी एस्केलेटर के बंद होने पर मजाक करते रहे हैं।


टेलीप्रॉम्प्टर में आई दिक्कत

टेलीप्रॉम्प्टर की खराबी: दूसरी घटना तब हुई जब ट्रंप विश्व नेताओं को संबोधित कर रहे थे। अचानक उनका टेलीप्रॉम्प्टर काम करना बंद कर गया, जिससे उनका भाषण बाधित हो गया। लगभग 15 मिनट बाद यह फिर से चालू हुआ। हालांकि, ट्रंप ने कहा कि उनके भाषण को फिर भी शानदार माना गया, लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या यह एक संयोग था या किसी साजिश का हिस्सा।


साउंड सिस्टम में समस्या

साउंड सिस्टम की दिक्कत: ट्रंप के अनुसार, तीसरी समस्या साउंड सिस्टम में आई। भाषण के दौरान इंटरप्रेटर काम नहीं कर पाए, जिससे कई विश्व नेताओं को उनकी बातें समझ नहीं आईं। यहां तक कि मेलानिया ट्रंप ने भी कहा कि वे भाषण का एक भी शब्द नहीं सुन सकीं। ट्रंप ने इसे तिहरी तोड़फोड़ करार दिया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जांच की मांग की।


जांच की मांग

जांच की मांग: ट्रंप ने घोषणा की कि वह इस मामले में संयुक्त राष्ट्र महासचिव को एक आधिकारिक पत्र भेजेंगे। उन्होंने एस्केलेटर से जुड़े सुरक्षा टेपों को सुरक्षित करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि सीक्रेट सर्विस पहले से ही इस मामले में सक्रिय है।


संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया

संयुक्त राष्ट्र की सफाई: संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने इन आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि ट्रंप के वीडियोग्राफर ने अनजाने में एस्केलेटर का सेफ्टी बटन दबा दिया था। हालांकि, ट्रंप और उनके सहयोगी इस स्पष्टीकरण को मानने से इनकार कर रहे हैं।


व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया

व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया: व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने भी इस मामले पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, "यदि किसी ने जानबूझकर एस्केलेटर को रोका, तो यह गंभीर अपराध है। जिम्मेदार लोगों को तुरंत बर्खास्त कर जांच होनी चाहिए।"