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क्या पीएम मोदी ने देशहित को नजरअंदाज किया? संजय सिंह के गंभीर आरोप

संजय सिंह ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि रूस से सस्ते कच्चे तेल की खरीद के बावजूद भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें ऊंची हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि अंबानी की कंपनी ने इस तेल को विदेशों में बेचकर अरबों का मुनाफा कमाया है। क्या यह सब कुछ जनता के हित में है? जानें इस मामले की पूरी जानकारी और संजय सिंह के सवालों का जवाब।
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क्या पीएम मोदी ने देशहित को नजरअंदाज किया? संजय सिंह के गंभीर आरोप

संजय सिंह का आरोप

राष्ट्रीय समाचार: संजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रूस से सस्ते कच्चे तेल की खरीद के बाद भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें 95 से 104 रुपये प्रति लीटर बेचना जनता के साथ अन्याय है। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने देश के हितों की बजाय व्यक्तिगत संबंधों को प्राथमिकता दी। उनका दावा है कि अंबानी की कंपनी ने अकेले 77 मिलियन बैरल सस्ता तेल रूस से खरीदा और उसे विदेशों में बेचकर महज छह महीने में 50 हजार करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। यह लाभ देशवासियों को मिलना चाहिए था।


अमेरिका में अडानी के खिलाफ केस

संजय सिंह ने कहा कि अमेरिका में अडानी के खिलाफ चल रहे मामले के कारण उनकी गिरफ्तारी संभव है। ऐसे में पीएम मोदी ने दबाव में आकर सीजफायर का निर्णय लिया, जबकि उन्होंने यह दावा किया कि वे किसानों और आम जनता के हित में काम कर रहे हैं।


आंकड़ों के आधार पर सवाल

आंकड़ों से पीएम को घेरा

संजय सिंह ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री को देश के सामने आकर यह बताना चाहिए कि रूस से सस्ते कच्चे तेल की खरीद से भारत को कितनी बचत हुई। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह बचत किसानों, मजदूरों और आम जनता तक पहुंची या केवल कुछ चुनिंदा व्यापारियों के पास गई।


जनता से छिपाई गई सच्चाई

जनता से छिपाई सच्चाई

आप नेता ने कहा कि रिलायंस कंपनी ने रूस से सस्ते दाम पर कच्चा तेल खरीदा और उसे जामनगर रिफाइनरी में प्रोसेस किया। यह ईंधन भारत में कम कीमत पर बेचा जा सकता था, जिससे किसानों और ट्रक ऑपरेटरों को राहत मिलती। लेकिन इसके बजाय, इसे विदेशों में महंगे दाम पर बेचा गया, जिससे अरबों का मुनाफा हुआ।


अडानी-रूस सौदे पर सवाल

अडानी-रूस सौदे पर सवाल

संजय सिंह ने आरोप लगाया कि अडानी और अंबानी को बचाने के लिए पीएम मोदी ने करोड़ों लोगों के हितों को नजरअंदाज किया। उन्होंने कहा कि यह केवल एक आर्थिक मुद्दा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय हित का मामला है, जिसमें भ्रष्टाचार की गंध आती है।


जांच और जवाब की मांग

जांच और जवाब की मांग

आप सांसद ने कहा कि यह स्पष्ट हो चुका है कि इस मामले का उद्देश्य देशहित नहीं, बल्कि कुछ पूंजीपतियों का हित साधना था। उन्होंने पीएम मोदी से सवाल किया कि वे कब देश के सामने आएंगे और इन आरोपों का जवाब देंगे। उनका कहना था कि बिना जांच के यह मामला केवल राजनीतिक बयानबाजी बनकर रह जाएगा।