क्या भारत की शिक्षा व्यवस्था खंडहर में तब्दील हो गई है? आम आदमी पार्टी का गंभीर आरोप

शिक्षा व्यवस्था पर आम आदमी पार्टी का हमला
आम आदमी पार्टी ने देश की बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था को लेकर भाजपा और कांग्रेस पर कड़ा प्रहार किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि देश की शिक्षा प्रणाली खंडहर में तब्दील हो रही है, और इसके लिए दोनों प्रमुख दल जिम्मेदार हैं। उन्होंने बताया कि अन्य देशों में बच्चे एआई में विशेषज्ञता हासिल कर रहे हैं, जबकि भारत में बच्चों को एआई मजदूर बनाने के लिए भी उचित शिक्षा नहीं मिल रही है। सिसोदिया ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी शिक्षा के क्षेत्र में लगातार काम कर रही है, चाहे वह सरकार में हो या न हो। मंगलवार को पार्टी के 20 राज्यों के प्रभारियों ने शिक्षा व्यवस्था पर गहन चर्चा की और निर्णय लिया कि 3,000 कार्यकर्ताओं की टीम देशभर के सरकारी स्कूलों का दौरा करेगी, ताकि स्कूलों की स्थिति को उजागर किया जा सके।
दावे और वास्तविकता में अंतर
मनीष सिसोदिया ने पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस और सांसद संजय सिंह के साथ एक प्रेस वार्ता में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में शिक्षा मंत्रियों का सम्मेलन बुलाया था, जिसमें नई शिक्षा नीति के माध्यम से देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का दावा किया गया। लेकिन उन्होंने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि वास्तविकता कुछ और है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि राजस्थान के झालावाड़ में सरकारी स्कूल की छत गिरने से 8 बच्चों की मौत हो गई, जो इस बात का प्रमाण है कि शिक्षा व्यवस्था कितनी खराब हो चुकी है।
झालावाड़ की घटना और शिक्षा की स्थिति
सिसोदिया ने कहा कि बच्चों की जान जाने का कारण यह है कि सरकारें सरकारी स्कूलों को सुधारने के लिए पैसे नहीं खर्च कर रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और शिक्षा मंत्री ने इस मुद्दे पर चर्चा की होगी, लेकिन वास्तविकता यह है कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार की कोई ठोस योजना नहीं है। झालावाड़ की घटना के बाद, राजस्थान की मीडिया ने कई स्कूलों की स्थिति को उजागर किया, जिसमें बताया गया कि कई स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं।
भारत की शिक्षा व्यवस्था का खंडहर होना
सिसोदिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेताओं ने शिक्षा पर गंभीरता से विचार किया है और सभी ने सहमति जताई है कि भारत की शिक्षा व्यवस्था खंडहर में तब्दील हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार, केवल 4.80 प्रतिशत सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर लैब हैं, और महज 29 प्रतिशत बच्चे दूसरी कक्षा का पाठ पढ़ सकते हैं। यह स्थिति चिंताजनक है और यह दर्शाती है कि नई शिक्षा नीति का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
भाजपा और कांग्रेस पर आरोप
सिसोदिया ने कहा कि केंद्र सरकार ने नई शिक्षा नीति में शिक्षा पर जीडीपी का 6 प्रतिशत खर्च करने का वादा किया था, लेकिन वास्तविकता यह है कि सरकार हर साल केवल 2.50 प्रतिशत ही खर्च करती है। उन्होंने कहा कि पिछले 75 वर्षों में भाजपा और कांग्रेस ने शिक्षा के नाम पर देश को धोखा दिया है।
शिक्षा में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पिछड़ना
सिसोदिया ने बताया कि भारत ने 2009 में पिसा रैंकिंग में भाग लिया था, जिसमें वह 74वें स्थान पर आया था। इसके बाद, दोनों सरकारों ने इस रैंकिंग में भाग लेना बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि सरकारें शिक्षा के स्तर को सुधारने के बजाय इसे नजरअंदाज कर रही हैं।
बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा
सिसोदिया ने कहा कि आज के बच्चे टूटी छतों के नीचे पढ़ाई कर रहे हैं और उनकी सुरक्षा को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने उदाहरण दिया कि जापान में बच्चे कोडिंग सीखते हैं, जबकि भारत में बच्चे टूटी-फटी टाट पर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं।
शिक्षा पर बहस के बजाय कार्य करने की आवश्यकता
सिसोदिया ने कहा कि हमें शिक्षा में काम करने की बजाय केवल बहस करने की आदत हो गई है। उन्होंने कहा कि सिंगापुर में टीचर ट्रेनिंग अनिवार्य है, जबकि भारत में इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सरकारी स्कूलों की स्थिति
सिसोदिया ने कहा कि देशभर में लगभग 90 प्रतिशत सरकारी स्कूलों की स्थिति खराब है। उन्होंने मीडिया से अनुरोध किया कि वे स्कूलों की वास्तविक स्थिति को उजागर करें।
आम आदमी पार्टी की योजना
सिसोदिया ने बताया कि आम आदमी पार्टी शिक्षा पर काम कर रही है और 3,000 कार्यकर्ताओं की टीम स्कूलों का दौरा करेगी। उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा को प्राथमिकता दी जाए।
दिल्ली और पंजाब में शिक्षा के सुधार
संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली और पंजाब में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस ने शिक्षा को बर्बाद किया है।
भविष्य की दिशा
हरजोत बैंस ने कहा कि पंजाब में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि अब हर सरकारी स्कूल में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
भाजपा और कांग्रेस की विफलता
सिसोदिया ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ने शिक्षा व्यवस्था को सुधारने में असफलता दिखाई है। उन्होंने कहा कि यह समय है कि हम शिक्षा को प्राथमिकता दें और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करें।