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क्या राहुल गांधी की विदेश यात्रा चुनावी जिम्मेदारियों से भागने का संकेत है?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हालिया मलेशिया यात्रा ने भाजपा के निशाने पर ला दिया है। अमित मालवीय ने इस यात्रा को चुनावी जिम्मेदारियों से भागने का संकेत बताया है। उन्होंने राहुल की विदेश यात्राओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब आम लोग मुद्दों से जूझ रहे हैं, तब राहुल हमेशा छुट्टियों को प्राथमिकता देते हैं। इस विवाद ने चुनावी सरगर्मी के बीच राहुल को फिर से चर्चा का केंद्र बना दिया है। क्या यह यात्रा उनकी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है? जानें पूरी कहानी में।
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क्या राहुल गांधी की विदेश यात्रा चुनावी जिम्मेदारियों से भागने का संकेत है?

राहुल गांधी पर भाजपा का निशाना

राहुल गांधी पर अमित मालवीय की टिप्पणी: बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान, कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर भाजपा के आलोचना का शिकार बने हैं। इस बार उनकी मलेशिया यात्रा को लेकर सवाल उठाए गए हैं। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि चुनावी माहौल में विदेश जाना यह दर्शाता है कि राहुल गांधी जिम्मेदारियों से भागते हैं। उन्होंने मजाक में कहा कि राहुल गांधी गायब होने और छुट्टियां मनाने में माहिर हैं।


मालवीय का व्यंग्य

मालवीय ने अपने पोस्ट में व्यंग्य करते हुए कहा कि शायद बिहार की राजनीतिक गर्मी राहुल गांधी के लिए असहनीय हो गई, इसलिए वे तुरंत विदेश चले गए। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यह कोई गुप्त बैठक हो सकती है, जिसका खुलासा नहीं होना चाहिए। भाजपा नेता का कहना है कि जब आम लोग असली मुद्दों से जूझ रहे हैं, तब राहुल गांधी हमेशा छुट्टियों को प्राथमिकता देते हैं।


राहुल गांधी की हालिया यात्रा

यह ध्यान देने योग्य है कि राहुल गांधी हाल ही में राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ बिहार में मतदाता अधिकार यात्रा का नेतृत्व कर रहे थे, जो दो हफ्तों तक चली और 1 सितंबर को समाप्त हुई। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया की आलोचना की और इसे अलोकतांत्रिक बताया।


विदेश यात्राओं पर उठते सवाल

राहुल गांधी की विदेश यात्राएं कोई नई बात नहीं हैं। वे पहले भी संसद सत्रों और चुनावी दौर के बीच विदेश जाते रहे हैं। इस साल के बजट सत्र में भी भाजपा नेताओं ने उनकी वियतनाम सहित कई देशों की यात्राओं पर सवाल उठाया था। वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया था कि राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र की तुलना में विदेशों में अधिक समय बिताते हैं।


भाजपा की आलोचना

मालवीय ने आगे कहा कि विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी की भूमिका महत्वपूर्ण है, लेकिन उनकी लगातार विदेश यात्राएं न केवल शिष्टाचार पर सवाल उठाती हैं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को भी जन्म देती हैं।


पिछले विवादों की पुनरावृत्ति

यह विवाद नया नहीं है। दिसंबर 2022 में भी राहुल गांधी की विदेश यात्रा को लेकर भाजपा ने कड़ी आलोचना की थी। उस समय पूर्व सांसद दिवंगत सिंह के निधन पर देश में शोक घोषित किया गया था, लेकिन राहुल गांधी वियतनाम चले गए थे। तब भाजपा ने उन पर देश की संवेदनाओं की अनदेखी और राजनीतिक स्वार्थ साधने का आरोप लगाया था।

राहुल गांधी की लगातार विदेश यात्राओं पर उठ रहे सवालों ने चुनावी सरगर्मी के बीच उन्हें फिर से चर्चा का केंद्र बना दिया है।