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क्या है Ketki Singh और Akhilesh Yadav के बीच विवाद का असली कारण?

समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच एक नया विवाद उभरा है, जब भाजपा विधायक केतकी सिंह ने अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए। सपा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केतकी को मानहानि का नोटिस भेजा है। इस विवाद ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से आरोप-प्रत्यारोप का माहौल बना दिया है। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी और इसके राजनीतिक निहितार्थ।
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क्या है Ketki Singh और Akhilesh Yadav के बीच विवाद का असली कारण?

समाजवादी पार्टी ने भेजा मानहानि नोटिस

SP ने Ketki Singh को भेजा मानहानि नोटिस: समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच जुबानी टकराव एक बार फिर से बढ़ गया है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब भाजपा की बलिया जिले की विधायक केतकी सिंह ने आरोप लगाया कि सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री आवास से नल चुराए थे। यह बयान एक यूट्यूब चैनल पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया गया, जिसके बाद विवाद और बढ़ गया।


अखिलेश यादव की छवि को नुकसान पहुँचाने की कोशिश

अखिलेश की छवि खराब करने की कोशिश


सपा ने केतकी सिंह को मानहानि का नोटिस भेजा है। 5 सितंबर को सपा अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्ण कन्हैया पाल द्वारा जारी नोटिस में कहा गया कि विधायक का बयान पूरी तरह से झूठा, भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण है। नोटिस में यह भी आरोप लगाया गया कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस जानबूझकर अखिलेश यादव की छवि को नुकसान पहुँचाने के लिए आयोजित की गई थी। सपा ने मांग की है कि विधायक सार्वजनिक रूप से माफी मांगें और इसे प्रमुख समाचार पत्रों और उसी यूट्यूब चैनल पर प्रकाशित करें। ऐसा न करने पर दीवानी और आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करने की चेतावनी दी गई है।


केतकी सिंह के घर के बाहर प्रदर्शन

केतकी सिंह के घर के बाहर जोरदार प्रदर्शन


इस विवाद के बाद सपा महिला कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में केतकी सिंह के निवास के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रतीकात्मक रूप से नल उपहार देने का प्रयास किया, जिससे माहौल और गरमाया। हालांकि उस समय विधायक बलिया में थीं, लेकिन उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर उनके घर में तोड़फोड़ और उनकी नाबालिग बेटी को डराने का आरोप लगाया। सिंह ने कहा कि इस घटना के कारण उनकी बेटी स्कूल नहीं जा सकी और वह इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराएंगी।


राजनीतिक टकराव की पुनरावृत्ति

भाजपा और सपा के बीच राजनीतिक टकराव


यह पूरा विवाद भाजपा और सपा के बीच पुराने राजनीतिक टकराव को फिर से उजागर करता है। केतकी सिंह अपने तीखे बयानों के लिए जानी जाती हैं और इस बार उनके बयान ने सपा कार्यकर्ताओं को आक्रामक बना दिया है। अब दोनों पार्टियों के बीच बयानबाजी, विरोध प्रदर्शनों और कानूनी कार्रवाइयों का दौर तेज होता दिख रहा है। यह घटनाक्रम स्पष्ट करता है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप और सड़क से लेकर अदालत तक की लड़ाई अब सामान्य हो चुकी है।