गढ़चिरौली में नक्सलियों का आत्मसमर्पण: सुरक्षा बलों को मिली बड़ी सफलता

गढ़चिरौली में नक्सलियों का आत्मसमर्पण
Gadchiroli Naxalite Surrender: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में नक्सल विरोधी अभियान को एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। यहां 61 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है, जिनमें वरिष्ठ नक्सली नेता एम वेणुगोपाल, जिसे भूपति के नाम से जाना जाता है, भी शामिल हैं। अधिकारियों के अनुसार, भूपति पर 10 करोड़ रुपये का इनाम था और वह लंबे समय से सुरक्षा बलों की निगरानी में था।
गढ़चिरौली पुलिस ने बताया कि ये नक्सली सोमवार की रात आत्मसमर्पण करने आए। इनमें प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का एक केंद्रीय समिति सदस्य, 10 डिविजनल कमेटी सदस्य और कई अन्य सक्रिय कैडर शामिल हैं। भूपति संगठन के शीर्ष नेतृत्व में था, और उसकी रणनीतिक भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती थी, इसलिए इसका नक्सल संगठन पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।
🚨 BIG BREAKING: Senior Naxal leader Mallojula Venugopal alias Bhupathi, carrying a ₹10 crore bounty, has surrendered to Gadchiroli Police along with 60 associates. He’ll formally lay down arms before CM Fadnavis on Oct 16. Govt targets Naxal-Free India by Mar 31, 2026. pic.twitter.com/vKFLDLt0EJ
— Baba Banaras™ (@RealBababanaras) October 14, 2025
देश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने इस आत्मसमर्पण को देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा, 'मुझे विश्वास है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह से अंत होगा और बस्तर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में तेजी से विकास होगा।' गढ़चिरौली, छत्तीसगढ़ की सीमा से सटा हुआ क्षेत्र है, जहां लंबे समय से नक्सली सक्रिय रहे हैं।
सुरक्षा ऑपरेशनों का निरंतर संचालन
सुरक्षा बलों का मानना है कि भूपति के आत्मसमर्पण से नक्सली संगठन की शक्ति कमजोर होगी। पुलिस के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों के पुनर्वास के बारे में जानकारी जल्द ही दी जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में गढ़चिरौली और उसके आस-पास के क्षेत्रों में लगातार ऑपरेशनों का संचालन किया गया है, जिसका प्रभाव अब दिखाई देने लगा है।