गोवा में क्लब आग हादसे के बाद सख्त कार्रवाई, 25 की मौत
गोवा में आग से मचा हड़कंप
पणजी: गोवा के रोमियो लेन स्थित क्लब में लगी भीषण आग के कारण 25 लोगों की जान चली गई है, जिसके बाद राज्य सरकार ने क्लब के मालिकों पर सख्त कार्रवाई की है। हादसे के अगले दिन गोवा पुलिस ने क्लब के लापता मालिकों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है। उन पर आरोप है कि क्लब बिना आवश्यक दस्तावेजों और अनुमति के संचालित हो रहा था।
क्लब मालिक का बयान
क्लब के मालिक सौरभ लूथरा ने सोशल मीडिया के जरिए पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन इस दुखद घटना से बेहद प्रभावित है और पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है। हालांकि, पुलिस की जांच अब मालिकों पर केंद्रित है, जिसमें चार लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया गया है, और एक अन्य आरोपी, जो रोजाना के कामकाज की देखरेख करता था, उसे सोमवार को दिल्ली से पकड़ा गया।
गोवा के रेस्तरां में आग लगने से 25 लोगों की मौत | बिर्च रेस्तरां के मालिक सौरभ लूथरा ने 7 दिसंबर को रेस्तरां में लगी जानलेवा आग के बाद एक बयान जारी किया। pic.twitter.com/aqhETtYEZu
— News Media (@AHindinews) December 8, 2025
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत का बयान
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि क्लब ने फायर सेफ्टी नियमों का पालन नहीं किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उन सरकारी कर्मचारियों की पहचान की जाए जिन्होंने नियमों के उल्लंघन के बावजूद क्लब को अनुमति दी।
गिरफ्तारियों की संख्या
पुलिस ने अब तक क्लब के पांच कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य जनरल मैनेजर राजीव मोदक, जनरल मैनेजर विवेक सिंह, बार मैनेजर राजीव सिंघानिया, गेट मैनेजर रियान्शु ठाकुर और डेली ऑपरेशंस मैनेजर भारत सिंह शामिल हैं। इसके अलावा, क्लब से जुड़े अन्य प्रतिष्ठानों जैसे एक बीच शैक और एक अन्य क्लब को भी सील कर दिया गया है।
इस हादसे में 25 लोगों की जान गई, जिनमें क्लब के कर्मचारी और पर्यटक शामिल थे। आग नॉर्थ गोवा के प्रसिद्ध नाइटक्लब बिर्च बाय रोमियो लेन में लगी थी। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि डांसर के प्रदर्शन के दौरान इलेक्ट्रिक फुलझड़ियों का उपयोग किया गया, जिससे आग भड़क उठी। क्लब में फायर डिपार्टमेंट की अनिवार्य अनुमति भी नहीं थी। इस घटना में जान गंवाने वालों में झारखंड के तीन मजदूर भी शामिल थे, जो क्लब में काम कर रहे थे और आग लगने के समय बेसमेंट में फंसे हुए थे।
