घोसी सीट पर ओपी राजभर का दावा, अब्बास अंसारी की विधायकी रद्द होने से सियासत गरमाई

घोसी सीट पर सियासी हलचल
घोसी सीट पर ओपी राजभर का दावा : उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की विधायकी समाप्त होने के बाद राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। मऊ की घोसी सीट से विधायक रहे अब्बास अंसारी को अदालत से सजा मिलने के कारण उनकी विधानसभा सदस्यता चली गई है। अब इस सीट पर उपचुनाव की संभावनाएँ बढ़ गई हैं, जिससे सत्तारूढ़ दलों के बीच खींचतान देखने को मिल रही है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने अब्बास अंसारी को अपना बताते हुए घोसी सीट पर दावा किया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कहा कि इस पर निर्णय दिल्ली में होगा।
अब्बास अंसारी की विधायकी रद्द होने के बाद ओपी राजभर ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी मऊ सदर सीट से चुनाव लड़ेगी। दरअसल, अब्बास अंसारी ने 2022 में सुभासपा के टिकट पर मऊ सदर सीट जीती थी। उस समय ओम प्रकाश राजभर का सपा के साथ गठबंधन था, लेकिन अब वे लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के साथ हैं। हाल ही में हेट स्पीच मामले में अदालत ने अब्बास अंसारी को दो साल की सजा सुनाई, जिसके चलते उनकी विधायकी समाप्त हो गई।
ओपी राजभर का घोषी सीट पर दावा
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि मऊ की सदर सीट उनकी पार्टी की है, क्योंकि सुभासपा ने इस पर कब्जा किया है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि अब्बास अंसारी हाई कोर्ट का रुख करते हैं, तो वे उनके साथ खड़े रहेंगे।
कांग्रेस ने उठाया मुद्दा
ओम प्रकाश राजभर घोसी सीट पर अपना दावा कर रहे हैं, लेकिन बीजेपी और सुभासपा के बीच टिकट को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। इस बीच, कांग्रेस ने चुटकी लेते हुए कहा कि ओम प्रकाश राजभर के कारण अब्बास अंसारी की विधायकी रद्द हुई है और उपचुनाव में इंडिया गठबंधन जीत हासिल करेगा।