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छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक, बारिश की चेतावनी

छत्तीसगढ़ में मानसून ने जोरदार दस्तक दी है, जिसके चलते 30 जून से बारिश की तीव्रता में वृद्धि की संभावना है। मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी वर्षा और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। हाल ही में हुई बारिश ने जलभराव की समस्याएँ उत्पन्न की हैं। तापमान में भी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। जानें आगामी मौसम के पूर्वानुमान और सावधानियों के बारे में।
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छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक, बारिश की चेतावनी

छत्तीसगढ़ में मानसून का आगमन

Chhattisgarh weather: छत्तीसगढ़ में मानसून ने अपनी पूरी ताकत के साथ दस्तक दे दी है. मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी 30 जून से प्रदेश में बारिश की रफ्तार और तेज होगी, जिसके चलते कई जिलों में भारी वर्षा और वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है. बंगाल की खाड़ी में बन रहे दबाव और अन्य मौसमी तंत्रों के प्रभाव से मानसूनी गतिविधियां और जोर पकड़ेंगी, जिससे बारिश के नए रिकॉर्ड बनने की संभावना है.


हालिया बारिश का प्रभाव

पिछले 24 घंटों में छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में बारिश ने जोर पकड़ा. जांजगीर-चांपा और बलौदाबाजार डिस्ट्रिक्ट में कुछ इलाकों में भारी वर्षा दर्ज की गई, जबकि अन्य इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश देखी गई. बलौदा में सर्वाधिक 9 सेमी बारिश दर्ज की गई, वहीं सोनाखान में 8 सेमी, तिल्दा में 5 सेमी, और माना (रायपुर एयरपोर्ट), धरसींवा, बोराई, खरोरा, खैरागढ़ में 4 सेमी बारिश हुई. यह बारिश स्थानीय स्तर पर जलभराव और अन्य समस्याओं का कारण बनी.


तापमान में उतार-चढ़ाव

तापमान में बदलाव

मौसम के बदले मिजाज के चलते प्रदेश में तापमान में भी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. बीते दिन बिलासपुर में सबसे ज्यादा तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक था. वहीं, राजनांदगांव में न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बारिश के कारण दिन और रात के तापमान में कमी आई है, जिससे मौसम सुहाना हो गया है.


बंगाल की खाड़ी में दबाव का असर

बंगाल की खाड़ी में दबाव का असर

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के गंगीय क्षेत्र में ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है. अगले 48 घंटों में बंगाल की उत्तरी खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जो पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ेगा. यह प्रणाली छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का कारण बन सकती है.


पूर्व-पश्चिम द्रोणिका की भूमिका

पूर्व-पश्चिम द्रोणिका की भूमिका

उत्तरी छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश तक फैली एक द्रोणिका प्रणाली समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किमी ऊंचाई पर सक्रिय है. यह प्रणाली बारिश की गतिविधियों को और तेज करेगी, जिससे कई क्षेत्रों में भारी वर्षा की संभावना बढ़ गई है.


29 जून का मौसम पूर्वानुमान

29 जून का मौसम पूर्वानुमान

मौसम विभाग ने 29 जून के लिए चेतावनी जारी की है, जिसमें प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है. कुछ स्थानों पर भारी वर्षा और वज्रपात भी हो सकता है. रायपुर में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है, जहां अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस रह सकता है.


30 जून से बारिश की तीव्रता में वृद्धि

30 जून से बढ़ेगा बारिश का जोर

30 जून से छत्तीसगढ़ में बारिश की तीव्रता और बढ़ने की संभावना है. मौसम विभाग ने एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा और वज्रपात की आशंका जताई है. नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां जलभराव या नदी-नालों के उफान का खतरा है.