जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर राजनीतिक हलचल, कांग्रेस ने उठाए सवाल

जगदीप धनखड़ का इस्तीफा और राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के पीछे 'गहरी वजहें' होने के कांग्रेस के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया दी। भाजपा ने उस समय को याद दिलाया जब विपक्ष ने धनखड़ को हटाने का प्रस्ताव रखा था।
मानसून सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी, जिससे अटकलों और प्रतिक्रियाओं की लहर दौड़ गई।
कांग्रेस ने तुरंत यह दावा किया कि स्वास्थ्य कारणों का उल्लेख करना पर्याप्त नहीं है और इसके पीछे कुछ और गंभीर कारण हैं।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि कांग्रेस को धनखड़ के इस्तीफे को राजनीतिक रंग देने से बचना चाहिए और उन्होंने इस पर कटाक्ष करते हुए इसे बॉलीवुड के अभिनेता कादर खान की भूमिका से जोड़ा।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने धनखड़ के इस्तीफे को 'चौंकाने वाला और समझ से परे' बताया, यह कहते हुए कि उपराष्ट्रपति ने सरकार और विपक्ष दोनों को समान रूप से निशाने पर लिया।
उन्होंने यह भी कहा कि इस्तीफे के पीछे और भी गंभीर कारण हैं, और धनखड़ की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह मानदंडों और प्रोटोकॉल के प्रति अडिग थे।
हालांकि, जगदीप धनखड़ की प्रशंसा पर शिवसेना (यूबीटी) की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने आपत्ति जताई। उन्होंने कांग्रेस नेता के 'अस्पष्ट' दावों की तथ्य-जांच की।
प्रियंका ने कहा कि विपक्ष को अध्यक्ष के पक्षपातपूर्ण आचरण के कारण अविश्वास प्रस्ताव लाने पर मजबूर होना पड़ा।
जगदीप धनखड़ ने सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंपा, जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों का हवाला दिया।
उनके इस्तीफे ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी और विपक्ष ने इसे सरकार को घेरने का एक अवसर माना।