जजपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन: बाजरा खरीद और डीएपी संकट पर उठी आवाज़

किसानों का रोष प्रदर्शन
बाढड़ा में जजपा के नेतृत्व में किसानों ने बाजरा की सरकारी खरीद न होने और डीएपी की कमी के खिलाफ प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यालय से सैकड़ों किसानों के साथ निकले इस रोष मार्च में जजपा अध्यक्ष विजय श्योराण ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर बाजरा की खरीद रोक रही है और किसानों को डीएपी उपलब्ध नहीं करवा रही है।
किसानों ने मंडी परिसर में अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन शुरू करने की घोषणा की। जजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश द्वारका ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें किसानों और कृषि व्यवस्था को कमजोर कर रही हैं।
सरकार की नीतियों पर सवाल
नरेश द्वारका ने कहा कि भाजपा सरकार सत्ता में आने के बाद किसानों के बजाय पूंजीपतियों के हितों की रक्षा कर रही है। उन्होंने बताया कि पिछले रबी सीजन में अत्यधिक बारिश के कारण फसलें बर्बाद हो गई हैं, और अब सरकार किसानों को मंडी में निजी व्यापारियों को बेचने के लिए मजबूर कर रही है।
जजपा के नेताओं ने कहा कि बिना मंडी में जे फार्म वाले किसानों को भावांतर से बाहर कर दिया गया है, जिससे किसानों को अपनी फसल बेचने में कठिनाई हो रही है। डीएपी की कमी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।
पूर्व डिप्टी सीएम का उदाहरण
जजपा किसान मोर्चा के नेताओं ने बताया कि पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के शासन में हर दाने की खरीद होती थी और भुगतान 24 घंटे के भीतर किया जाता था। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार इस परंपरा को तोड़ रही है।
अगर सरकार ने जल्द ही खरीद कार्य शुरू नहीं किया, तो जजपा किसान मोर्चा हर जिले की मंडियों पर प्रदर्शन करेगा और जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने भी अपनी आवाज उठाएगा।