जापान में AI पेंगुइन का राजनीतिक नेतृत्व: एक अनोखा प्रयोग

जापान में AI नेतृत्व का नया प्रयोग
जापान अपनी तकनीकी नवाचारों के लिए प्रसिद्ध है, और हाल ही में एक राजनीतिक दल ने चुनाव में हार के बाद एक AI पेंगुइन को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस खबर ने लोगों के बीच अजीब सा डर पैदा कर दिया है और कई सवाल उठाए हैं। आइए जानते हैं इस मामले की पूरी कहानी।
AI पेंगुइन की नियुक्ति
जापान में एक अनोखे राजनीतिक प्रयोग के तहत, क्षेत्रीय पार्टी साइसेई नो मिची ने अपने संस्थापक शिंजी इशिमारु के इस्तीफे के बाद एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) प्रोग्राम, जिसे अस्थायी रूप से AI पेंगुइन कहा गया है, को अपना नया नेता नियुक्त किया है। यह निर्णय पार्टी की लगातार चुनावी हार के बाद लिया गया।
AI नेतृत्व की घोषणा
AI पेंगुइन की नियुक्ति की जानकारी कोकी ओकुमुरा ने दी, जो AI अनुसंधान में डॉक्टरेट छात्र हैं और हाल ही में पार्टी के नेतृत्व के लिए आयोजित प्रतियोगिता के विजेता बने। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ओकुमुरा ने कहा, "हमारा नया नेता AI होगा।" उन्होंने बताया कि उनका कार्य AI पेंगुइन की सहायता करना होगा। AI का उपयोग राजनीतिक गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए नहीं, बल्कि व्यावहारिक निर्णय लेने में किया जाएगा।
पार्टी की संरचना और चुनावी हार
साइसेई नो मिची पार्टी, जिसे जनवरी में शिंजी इशिमारु ने स्थापित किया था, का कोई निश्चित नीतिगत ढांचा नहीं है। इसके सदस्य अपनी व्यक्तिगत नीतियों को बनाने के लिए स्वतंत्र हैं। जुलाई में हुए ऊपरी सदन चुनावों में पार्टी के सभी 10 उम्मीदवार हार गए। इसके अलावा, जून में टोक्यो विधानसभा चुनावों में भी इसके 42 उम्मीदवार असफल रहे। हालांकि, इशिमारु ने 2024 के टोक्यो गवर्नर चुनाव में एक मजबूत ऑनलाइन अभियान के जरिए दूसरा स्थान प्राप्त किया था, लेकिन लगातार हार के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
अंतरराष्ट्रीय संदर्भ
जापान का यह AI प्रयोग अल्बानिया के बाद आया है, जहां 11 सितंबर को दुनिया का पहला AI कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया। डिएला नामक यह AI बॉट, जो e-अल्बानिया प्लेटफॉर्म पर डिजिटल सहायक के रूप में कार्य करता है, सार्वजनिक खरीद और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करता है। पारंपरिक अल्बानियाई परिधान में यह वर्चुअल अवतार नागरिकों को आवाज आधारित निर्देशों के माध्यम से मार्गदर्शन देता है।