जावेद अख्तर ने महिलाओं के खिलाफ समाज के दोहरे मापदंडों पर उठाए सवाल

जावेद अख्तर का बयान
मुंबई। हाल के दिनों में देश में दो घटनाएं चर्चा का विषय बनी हुई हैं। ये घटनाएं हैं मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी राजा रघुवंशी की हत्या और मुस्कान रस्तोगी का मामला। सोशल मीडिया पर इन घटनाओं की चर्चा जोरों पर है। मुस्कान रस्तोगी के मामले में लोग इसे गंभीरता से लेने के बजाय इंस्टाग्राम पर रील बनाने में लगे हैं। इस संदर्भ में जावेद अख्तर ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है।
राजा रघुवंशी की शादी 11 मई 2025 को धूमधाम से हुई थी। शादी के बाद वह अपनी पत्नी के साथ शिलांग हनीमून मनाने गए थे। इसके बाद दोनों के लापता होने की खबर आई। जब राजा के परिवार ने मेघालय पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, तब सच्चाई सामने आई कि राजा की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद सोनम को गिरफ्तार किया गया।
जावेद अख्तर ने एक इंटरव्यू में कहा कि यदि दो महिलाएं अपने पतियों की हत्या करती हैं, तो समाज का गुस्सा भड़क उठता है। लेकिन हर दिन महिलाओं को जलाया जाता है और उन पर अत्याचार होता है। ऐसे में समाज का गुस्सा कहां जाता है? उन्होंने यह भी कहा कि यह समाज बेशर्म है। छोटे समुदायों में लड़कियों को अपनी पसंद से शादी करने का अधिकार नहीं होता। जिन महिलाओं ने हत्या करवाई है, उन्हें शादी के लिए मजबूर किया गया होगा।