जी-20 शिखर सम्मेलन में मोदी का सतत विकास पर जोर
जोहान्सबर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सतत और समावेशी विकास की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने नशीली दवाओं और आतंकवाद के बीच के संबंध को समाप्त करने के लिए वैश्विक प्रयासों की आवश्यकता बताई। मोदी ने विकास के मानदंडों पर पुनर्विचार करने की बात की, यह कहते हुए कि वर्तमान ढाँचा कई लोगों को संसाधनों से वंचित कर रहा है। इस महत्वपूर्ण संबोधन में उन्होंने नशीली दवाओं की तस्करी को जन स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए खतरा बताया।
| Nov 23, 2025, 09:29 IST
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन
जोहान्सबर्ग में शनिवार को आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सतत और समावेशी विकास की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने चार महत्वपूर्ण प्रस्ताव पेश किए, जिनमें नशीली दवाओं और आतंकवाद के बीच के संबंध को समाप्त करने के लिए एक समन्वित वैश्विक प्रयास की आवश्यकता शामिल है। मोदी ने नशीली दवाओं की तस्करी को जन स्वास्थ्य, स्थिरता और सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बताया, साथ ही इसे आतंकवाद के वित्तपोषण का एक प्रमुख स्रोत भी माना। उन्होंने विकास के मानदंडों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता पर जोर दिया, यह बताते हुए कि वर्तमान ढाँचा एक बड़े जनसंख्या हिस्से को संसाधनों से वंचित कर रहा है और प्रकृति के अत्यधिक दोहन को बढ़ावा दे रहा है।
