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जींद से गोहाना यात्रा अब हुई सरल, ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग 352A का पहला चरण पूरा

हरियाणा के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण विकास हुआ है, क्योंकि ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग 352A का पहला चरण पूरा हो गया है। अब जींद से गोहाना की यात्रा और भी सरल हो गई है, जहां यात्री 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से सफर कर सकते हैं। हालांकि, इस मार्ग पर पेट्रोल पंप की कमी है, इसलिए ईंधन भरकर यात्रा शुरू करना आवश्यक है। परियोजना का दूसरा चरण गोहाना से सोनीपत तक निर्माणाधीन है, जो अगस्त 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। इस हाईवे से दिल्ली तक की यात्रा भी सुगम होगी।
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जींद से गोहाना यात्रा अब हुई सरल, ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग 352A का पहला चरण पूरा

हरियाणा में नई सड़क परियोजना

हरियाणा के निवासियों के लिए एक सुखद समाचार है। ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग 352A के पहले चरण का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है, जिससे जींद से गोहाना तक की यात्रा अब और भी सुगम हो गई है। इस नई और सीधी सड़क पर यात्री अब 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यात्रा कर सकते हैं। हालांकि, यात्रियों को यह ध्यान रखना चाहिए कि इस मार्ग पर फिलहाल पेट्रोल पंप उपलब्ध नहीं है, इसलिए ईंधन भरवाकर ही यात्रा प्रारंभ करें।


दूसरे चरण का निर्माण कार्य

इस परियोजना का दूसरा चरण, जो गोहाना से सोनीपत तक फैला है, अभी निर्माणाधीन है। बड़वासनी गांव के निकट फ्लाईओवर का कार्य जारी है, जिसे अगस्त 2025 तक पूरा करने की योजना है। इसके पूरा होने पर जींद से सोनीपत की 80 किलोमीटर की दूरी केवल 1 घंटे में तय की जा सकेगी।


टोल टैक्स और कनेक्टिविटी

गोहाना से जींद के बीच टोल टैक्स लागू किया जा चुका है। गोहाना से सोनीपत के बीच टोल मोहाना के पास शुरू किया जाएगा जब निर्माण कार्य पूरा होगा। यह हाईवे दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेसवे से भी जुड़ रहा है, जिससे दिल्ली तक की यात्रा और भी आसान हो जाएगी।


दिल्ली पहुंचने के विकल्प

दिल्ली पहुंचने के लिए दो मार्ग उपलब्ध हैं। पहला मार्ग है गोहाना → बवाना → दिल्ली, जो बड़वासनी गांव से बवाना की ओर जाता है। दूसरा मार्ग है गोहाना → रुखी → एक्सप्रेसवे → दिल्ली, जो रोहतक-पानीपत हाईवे के माध्यम से पहुंचता है।


निर्माण की समयसीमा

हालांकि इस हाईवे को मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज के निर्माण में देरी के कारण इसकी समयसीमा को अगस्त 2025 तक बढ़ा दिया गया है। इससे पुराने जींद-गोहाना-सोनीपत मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और औद्योगिक तथा धार्मिक स्थलों (जैसे रोहतक, सोनीपत, दिल्ली, अमृतसर) तक पहुंचना आसान होगा।