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जौनपुर में महेंद्र राजभर की पिटाई: सियासी विवाद गहराया

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर की पिटाई की घटना ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। जलालपुर थाना क्षेत्र के नहोरा आशापुरी गांव में एक समारोह के दौरान उनके ही पार्टी के पूर्व अध्यक्ष बृजेश राजभर ने उन पर हमला किया। महेंद्र ने इसे ओम प्रकाश राजभर की साजिश बताया है। इस घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और इसके राजनीतिक निहितार्थ।
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जौनपुर में महेंद्र राजभर की पिटाई: सियासी विवाद गहराया

जौनपुर में हुई महेंद्र राजभर की पिटाई

जौनपुर समाचार: उत्तर प्रदेश के जौनपुर में सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर पर हमला हुआ। जलालपुर थाना क्षेत्र के नहोरा आशापुरी गांव में मंगलवार को भूमि पूजन समारोह के दौरान उन्हें पहले माला पहनाई गई, जिसके बाद अचानक उन पर थप्पड़ों की बौछार शुरू हो गई। यह हमला उनके ही पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बृजेश राजभर ने किया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया।


जलालपुर के नहोरा आशापुरी में राजभर समाज का एक कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें महेंद्र राजभर शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान बृजेश राजभर ने उन्हें माला पहनाई, लेकिन इसके तुरंत बाद उन्होंने महेंद्र को थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। इस घटना से मंच पर और दर्शकों में हड़कंप मच गया।


महेंद्र राजभर का आरोप

महेंद्र ने ओपी राजभर पर लगाया आरोप


महेंद्र राजभर ने इस घटना को सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले बृजेश राजभर ओपी राजभर से मिले थे। घटना के बाद महेंद्र ने जलालपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है।


महेंद्र राजभर का राजनीतिक इतिहास

पीएम मोदी ने महेंद्र को 'कटप्पा' कहा था


महेंद्र राजभर मऊ जिले के निवासी हैं और उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और सुभासपा के गठबंधन से चुनाव लड़ा था, लेकिन मुख्तार अंसारी से करीब 6000 वोटों से हार गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें 'कटप्पा' कहा था, यह कहते हुए कि वह बाहुबली का सफाया कर देंगे।


महेंद्र राजभर की पिटाई की घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। कहा जा रहा है कि उनकी अखिलेश यादव के साथ बढ़ती नजदीकियों के कारण उन्हें अपमानित किया गया। इस घटना को आपसी कलह और साजिश दोनों दृष्टिकोण से देखा जा रहा है।