Newzfatafatlogo

झुंझुनूं में किसानों के लिए DBT कार्यक्रम: ₹1200 करोड़ का सीधा लाभ

सोमवार को झुंझुनूं में एक राष्ट्रीय स्तर का DBT कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें किसानों को सीधे ₹1200 करोड़ का लाभ मिलेगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री की उपस्थिति होगी। जानें कैसे यह कार्यक्रम किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगा और कृषि सुरक्षा को मजबूत करेगा।
 | 
झुंझुनूं में किसानों के लिए DBT कार्यक्रम: ₹1200 करोड़ का सीधा लाभ

किसानों को मिलेगा सीधा आर्थिक लाभ

सोमवार को झुंझुनूं में एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्तर का प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत किसानों को सीधे आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान उपस्थित रहेंगे। यह आयोजन फसल बीमा के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान करेगा, जिससे किसानों को बिना किसी बिचौलिए के उनकी मेहनत का फल मिलेगा।


इस कार्यक्रम के माध्यम से, रबी सीजन 2024-25 और खरीफ सीजन 2024 के लिए बीमा दावा राशि का पहला हिस्सा सीधे किसानों के बैंक खातों में DBT के जरिए भेजा जाएगा। राजस्थान में लगभग 27 लाख फसल बीमा पॉलिसीधारक किसानों के खातों में कुल ₹1,200 करोड़ की राशि जमा की जाएगी। यह राशि किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों या बीमारियों के कारण फसल क्षति से उबरने में मदद करेगी।


कार्यक्रम के दौरान, विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चेक भी वितरित किए जाएंगे, जो सरकारी योजनाओं के लाभ को दर्शाएंगे।


DBT प्रणाली का महत्व

प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) प्रणाली की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह बिचौलियों को पूरी तरह समाप्त कर देती है। इसका मतलब है कि सरकारी योजनाओं का पूरा पैसा बिना किसी कटौती के सीधे किसानों के बैंक खातों में पहुंचता है। यह प्रणाली पारदर्शिता और दक्षता को सुनिश्चित करती है, जिससे भ्रष्टाचार की संभावनाएं कम होती हैं और किसानों को सीधा लाभ मिलता है। यह कदम केंद्र सरकार की किसानों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।


प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) ने राजस्थान के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव लाया है। जुलाई 2025 तक, इस योजना के तहत किसानों को ₹3,912.53 करोड़ का भुगतान किया गया है। यह राशि 148 लाख योग्य किसानों के खातों में पहुंची है, जिन्होंने अपनी फसलों को विभिन्न जोखिमों से बचाया।


यह कार्यक्रम पूरे भारत के लाखों किसानों को जोड़कर कृषि सुरक्षा के प्रति देश की प्रतिबद्धता को दर्शाएगा। रबी 2024-25 और खरीफ 2024 के लिए पहली किश्त का एक साथ क्रेडिट होना इस प्रणाली की दक्षता को और मजबूत करेगा।


कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोग

सोमवार को होने वाले इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में किसानों, स्थानीय प्रतिनिधियों और कृषि विभाग के अधिकारियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति की उम्मीद है। यह राजस्थान कृषि के उज्जवल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।