Newzfatafatlogo

ट्रंप और पुतिन की बैठक: क्या यूक्रेन युद्ध का होगा अंत?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आगामी बैठक में यूक्रेन युद्ध के संभावित अंत पर चर्चा की जाएगी। ट्रंप ने कहा है कि वह पुतिन से सुनने के लिए तैयार हैं, ताकि यह समझ सकें कि उनके मन में क्या चल रहा है। इस बैठक में पुतिन अपने सीजफायर योजना को साझा करेंगे। जानें इस महत्वपूर्ण मुलाकात के पीछे के संकेत और ट्रंप का बदलता रुख।
 | 
ट्रंप और पुतिन की बैठक: क्या यूक्रेन युद्ध का होगा अंत?

ट्रंप की सुनने की तैयारी

हाल के महीनों में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को विभिन्न मुद्दों पर बोलते हुए देखा गया है, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की चर्चा भी शामिल है। अब, एक दिन बाद, ट्रंप केवल सुनने का इरादा रखते हैं। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता ने बताया कि ट्रंप पुतिन की बातें सुनना चाहते हैं ताकि यह समझ सकें कि उनके मन में क्या चल रहा है।


यह बैठक पुतिन के सुझाव पर हो रही है, जिसमें ट्रंप स्पष्ट रूप से कहेंगे कि यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करना आवश्यक है। व्हाइट हाउस में ट्रंप ने कहा कि वह पुतिन से मिलने जा रहे हैं और पहले दो मिनट में ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि क्या कोई समझौता संभव है। ट्रंप को विश्वास है कि यह मुलाकात दोनों देशों के लिए एक सकारात्मक दिशा में ले जा सकती है।


मीटिंग का स्वरूप

अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता ने स्पष्ट किया है कि ट्रंप पुतिन के साथ इस मीटिंग को एकतरफा वार्ता के रूप में देख रहे हैं। इसमें पुतिन यूक्रेन युद्ध के लिए अपने सीजफायर योजना को साझा करेंगे, और ट्रंप उस पर विचार करेंगे। अमेरिका ने संकेत दिया है कि पुतिन युद्ध विराम के लिए इच्छुक हैं।


हालांकि, इस बीच एक दिलचस्प खबर आई है कि पुतिन ने ट्रंप से मुलाकात से पहले उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से फोन पर बात की है। उत्तर कोरियाई मीडिया के अनुसार, पुतिन ने किम जोंग को उत्तर कोरियाई सेना भेजने के लिए धन्यवाद दिया है। किम ने कहा है कि वह रूस के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेंगे।


पुतिन के संकेत

किम जोंग के साथ बातचीत के बाद, पुतिन ने ट्रंप को कुछ महत्वपूर्ण संकेत दिए हैं। पहला संकेत यह है कि अमेरिकी विरोधी खेमे का समर्थन अभी भी रूस के साथ है। दूसरा, यदि ट्रंप ने पुतिन पर दबाव बनाने की कोशिश की, तो उत्तर कोरिया जापान और दक्षिण कोरिया जैसे अमेरिका के मित्र देशों पर दबाव बढ़ा सकता है। पुतिन स्पष्ट कर चुके हैं कि वह अपनी शर्तों पर ही सीजफायर करेंगे।


ट्रंप का बदलता रुख

यह ध्यान देने योग्य है कि ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में कहा था कि वह यूक्रेन युद्ध को 24 घंटे में समाप्त कर सकते हैं। लेकिन समय के साथ उनके बयानों में बदलाव आया है। पुतिन के प्रति उनकी प्रारंभिक नरमी के बाद, उन्होंने उनके अड़ियल रुख की आलोचना की। फरवरी में, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेस्की के साथ तीखी बहस के बाद, ट्रंप का रुख नरम पड़ा और उन्होंने पैट्रियट मिसाइल देने का वादा किया, हालांकि बाद में यह सहायता अस्थायी रूप से रोक दी गई।