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ट्रंप का इजरायल के साथ धोखा: नेतन्याहू की मेहनत का अपमान

डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को धोखा देते हुए उनकी मेहनत का अपमान किया है। उन्होंने ईरान के खिलाफ इजरायल के प्रयासों का श्रेय खुद लेने की कोशिश की। ट्रंप ने इजरायल को चेतावनी दी है कि अपने पायलटों को तुरंत वापस बुला लें। यह स्थिति भारत के साथ उनके पिछले व्यवहार से मिलती-जुलती है, जब उन्होंने पीएम मोदी को भी धोखा दिया था। जानें इस राजनीतिक खेल की पूरी कहानी।
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ट्रंप का इजरायल के साथ धोखा: नेतन्याहू की मेहनत का अपमान

ट्रंप का इजरायल पर हमला

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को वही धोखा दिया है जो उन्होंने पहले पीएम मोदी को दिया था। ट्रंप ने इजरायल के माध्यम से अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले किए और फिर इजरायल पर अपनी नाराजगी व्यक्त करने लगे। इजरायल पिछले कुछ समय से अपने दम पर ईरान के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। इजरायली वायुसेना ने तेहरान में घुसपैठ की, लेकिन अंतिम क्षणों में अमेरिका ने कुछ बमवर्षक विमान ईरान में भेज दिए और खुद को इस संघर्ष का श्रेय लेने लगा। यह चौंकाने वाली बात है कि अमेरिका के जो बमवर्षक ईरान में परमाणु सुविधाओं को नष्ट करने गए थे, वे भी इजरायल की सहायता से वहां पहुंचे थे। फिर भी, ट्रंप ने इसे अमेरिका की जीत के रूप में पेश किया।


ट्रंप की धमकी

ट्रंप ने इजरायली सेना और नेतन्याहू की मेहनत का अपमान करते हुए कहा कि वह अब इजरायल से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर इजरायल को चेतावनी दी कि अपने पायलटों को तुरंत वापस बुला लें। हेग में नाटो शिखर सम्मेलन के लिए रवाना होने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि समझौते पर सहमति के तुरंत बाद इजरायल ने अपने संसाधनों को वापस ले लिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि ईरान की परमाणु क्षमता समाप्त हो गई है और इजरायल से आग्रह किया कि वे बम न गिराएं, क्योंकि यह एक बड़ा उल्लंघन होगा।


इजरायल की स्थिति

इजरायल इस समय वैसी ही स्थिति में है जैसी कुछ समय पहले भारत में थी। ट्रंप ने जो पीएम मोदी के साथ किया, वही अब नेतन्याहू के साथ कर दिया है। ट्रंप ने ऑपरेशन सिंदूर का पूरा श्रेय लिया, जबकि भारतीय सेना ने अपनी ताकत से पाकिस्तान को पराजित किया था। पीएम मोदी ने ट्रंप को सही जवाब दिया था, और अब इजरायल को भी ऐसा ही करना होगा।


भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता

नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के साथ संघर्ष रोकने में ट्रंप के मध्यस्थता के दावे को खारिज करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान ने बिना किसी मध्यस्थता के अपनी सेनाओं के बीच सीधी बातचीत के बाद सैन्य कार्रवाई रोकी थी। पीएम मोदी ने ट्रंप को आईना दिखा दिया, और अब इजरायल को भी यही करना होगा। लेकिन ट्रंप ने अब भारत की तरह ही इजरायल की पीठ में भी खंजर मारा है।