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ट्रंप ने यूरोपीय संघ और मेक्सिको पर 30% टैरिफ लगाया

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ और मेक्सिको पर 30% टैरिफ लगाने की घोषणा की है। यह निर्णय उन देशों के साथ व्यापार घाटे को कम करने के उद्देश्य से लिया गया है। ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि ये देश जवाबी कार्रवाई करते हैं, तो अमेरिका भी अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा। जानें इस निर्णय के पीछे के कारण और इसके संभावित प्रभावों के बारे में।
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ट्रंप ने यूरोपीय संघ और मेक्सिको पर 30% टैरिफ लगाया

ट्रंप का नया टैरिफ निर्णय

नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नौ जुलाई की डेडलाइन के बाद विभिन्न देशों पर टैरिफ लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दक्षिण कोरिया और जापान के बाद, अब उन्होंने यूरोपीय संघ पर भी 30 प्रतिशत टैरिफ लागू किया है। इसके साथ ही, मेक्सिको पर भी इसी दर का शुल्क लगाया गया है। ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि इन देशों ने अपने टैरिफ में वृद्धि की, तो अमेरिका भी उतना ही अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा, जो कि 30 प्रतिशत से अलग होगा।


ट्रंप ने बताया कि एक अगस्त से मेक्सिको और यूरोपीय संघ से अमेरिका में आने वाले सामान पर यह टैरिफ लागू होगा। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर इस बारे में जानकारी साझा की। टैरिफ में वृद्धि के साथ, ट्रंप ने दोनों देशों को यह भी चेतावनी दी कि यदि वे जवाबी कार्रवाई करते हैं, तो टैरिफ दर और बढ़ाई जाएगी। उन्होंने लिखा, 'यदि आप जवाबी कार्रवाई करते हैं और टैरिफ बढ़ाते हैं, तो मैं उन्हें हमारे 30 प्रतिशत में जोड़ दूंगा।'


ट्रंप ने इस प्रकार की चिट्ठी कई देशों को भेजी है, जिनमें अमेरिका के करीबी मित्र और व्यापारिक साझीदार शामिल हैं। ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पिछले छह महीनों से यूरोपीय संघ और मेक्सिको अमेरिका के साथ टैरिफ को लेकर बातचीत कर रहे थे। लेकिन ट्रंप के इस ऐलान से स्पष्ट हो गया है कि कोई समझौता नहीं हो पाया है। यूरोपीय संघ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जिसमें 27 देश शामिल हैं। अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच प्रतिदिन लगभग 3.5 अरब डॉलर का व्यापार होता है। वहीं, मेक्सिको अमेरिका का सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है।


यूरोपीय संघ की अध्यक्ष को लिखी चिट्ठी में ट्रंप ने कहा कि यह टैरिफ एक अगस्त से लागू होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई यूरोपीय कंपनी अपने उत्पादों को किसी अन्य देश के माध्यम से अमेरिका भेजती है, तो उन पर भी यही टैरिफ लागू होगा। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार घाटा बहुत अधिक है, और 30 प्रतिशत का यह टैरिफ इसे सुधारने की दिशा में एक आवश्यक कदम है। उन्होंने यूरोपीय कंपनियों को यह प्रस्ताव भी दिया कि यदि वे अमेरिका में अपने उत्पाद बनाना शुरू करें, तो उन्हें टैरिफ से छूट मिलेगी। दूसरी ओर, मेक्सिको के राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी में ट्रंप ने कहा कि यह टैरिफ मेक्सिको में फैले फेंटेनाइल ड्रग के कारण लगाया जा रहा है। उन्होंने मेक्सिकन ड्रग कार्टेल्स को दुनिया के सबसे खतरनाक बताया और कहा कि ये कार्टेल्स फेंटेनाइल जैसी घातक दवाओं को अमेरिका में ला रहे हैं।