Newzfatafatlogo

डॉ. रोहिणी घावरी का चंद्रशेखर आज़ाद पर गंभीर आरोप, आत्महत्या की चेतावनी

इंदौर की पीएचडी रिसर्चर डॉ. रोहिणी घावरी ने सांसद चंद्रशेखर आज़ाद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट के जरिए आत्महत्या की चेतावनी दी है, जिससे राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है। रोहिणी का कहना है कि चंद्रशेखर ने उनके साथ निजी संबंध बनाए और बाद में उन्हें छोड़ दिया। उन्होंने न्याय की मांग करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग और प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी।
 | 

सामाजिक कार्यकर्ता का विवादित बयान

डॉ. रोहिणी घावरी, जो इंदौर में पीएचडी रिसर्चर और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, ने यूपी के नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट के जरिए आत्महत्या की चेतावनी दी, जिससे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हड़कंप मच गया है।


बुधवार को रोहिणी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर कई पोस्ट साझा किए, जिसमें उन्होंने चंद्रशेखर को सीधे निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि वह अपनी जिंदगी समाप्त करने जा रही हैं और एक पोस्ट में लिखा कि आज वह ज़हर खा लेंगी। उन्होंने एक तस्वीर साझा करते हुए सवाल उठाया कि "ये पहले क्यों नहीं दिखाया?" और आरोप लगाया कि चंद्रशेखर ने उनका जीवन बर्बाद कर दिया।


उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पीएमओ को टैग करते हुए कहा कि उनकी मौत के बाद उनका शव भारत न लाया जाए, क्योंकि किसी ने उनकी बात नहीं सुनी।


रिश्ते में मानसिक शोषण का आरोप

डॉ. रोहिणी ने बताया कि उनकी चंद्रशेखर से मुलाकात 2020 में हुई थी, जिसके बाद उनके बीच नज़दीकियां बढ़ीं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह रिश्ता तीन साल तक चला, लेकिन अब उन्हें छोड़ दिया गया। चंद्रशेखर ने शादी का वादा किया था, लेकिन बाद में मुकर गए और उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश की।


एक वीडियो में उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर उन्हें भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल कर देर रात तक फोन पर रोते रहते थे। जब उन्होंने इस रिश्ते को खत्म करने की कोशिश की, तो उन्हें धमकियां दी गईं।


राजनीतिक पृष्ठभूमि और न्याय की मांग

डॉ. रोहिणी घावरी वाल्मीकि समुदाय से हैं और वर्तमान में स्विट्जरलैंड में पीएचडी कर रही हैं। वह 'जनपावर फाउंडेशन' के माध्यम से दलित समुदाय के लिए काम करती हैं। उन्होंने 2019 में मध्यप्रदेश सरकार से एक करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप प्राप्त की थी।


रोहिणी ने राष्ट्रीय महिला आयोग, दिल्ली पुलिस और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर न्याय की मांग की है। उनका कहना है कि यह सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि हजारों महिलाओं के आत्मसम्मान की लड़ाई है। उन्होंने बताया कि रिश्ते में तनाव के कारण वह अवसाद का शिकार हो चुकी हैं और दो बार आत्महत्या का प्रयास कर चुकी हैं।