डोनाल्ड ट्रंप का दावा: पुतिन और ज़ेलेंस्की की दुश्मनी ने रोका रूस-यूक्रेन युद्ध का अंत

ट्रंप का विवादास्पद बयान
वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह इस विनाशकारी युद्ध को समाप्त करने के बेहद करीब थे, लेकिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के बीच की गहरी दुश्मनी के कारण यह संभव नहीं हो सका।
ट्रंप ने एक बयान में कहा, “मुझे लगा कि हम एक समझौते के बहुत नजदीक हैं। लेकिन पुतिन और ज़ेलेंस्की के बीच की नफरत बहुत अधिक है, और यह एक बड़ी बाधा बन गई।” उन्होंने अपने मध्य पूर्व के कार्यकाल के दौरान शांति समझौते कराने का उदाहरण देते हुए कहा, “कौन सोच सकता था कि मैं मध्य पूर्व में शांति स्थापित कराऊंगा। मुझे विश्वास है कि अब यूक्रेन और रूस के बीच भी युद्ध समाप्त होगा।”
उन्होंने पुतिन पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें यह युद्ध एक सप्ताह के भीतर समाप्त कर लेना चाहिए था, लेकिन अब यह संघर्ष चौथे वर्ष में प्रवेश कर चुका है। ट्रंप ने कहा, “हम सभी चाहते हैं कि राष्ट्रपति पुतिन यह सब रोक दें। रूसियों और यूक्रेनियों का कत्लेआम अब बंद होना चाहिए। वह अपने ही बहुत से लोगों को मरवा रहे हैं, जिससे उनकी छवि को भी नुकसान पहुंच रहा है।”
इस बातचीत के दौरान, ट्रंप ने भारत का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह रूस से तेल नहीं खरीदेगा। ट्रंप के अनुसार, “यदि भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद बंद हो जाती है, तो युद्ध को रोकना आसान हो जाएगा। भारत ने मुझे भरोसा दिया है कि वे रूस से तेल नहीं खरीदेंगे। एक बार युद्ध समाप्त हो जाए, तो वे फिर से ऐसा कर सकते हैं।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष लगातार जारी है और वैश्विक स्तर पर इसके समाधान के प्रयास किए जा रहे हैं। ट्रंप के इस दावे ने एक नई बहस को जन्म दिया है, खासकर भारत के संदर्भ में उनके बयान पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया का इंतजार है।