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डोनाल्ड ट्रंप का भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर दावा: व्यापार समझौतों का प्रभाव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष समाप्त करने के अपने दावे को दोहराया। उन्होंने व्यापार समझौतों और टैरिफ को वैश्विक संघर्षों को समाप्त करने के उपकरण के रूप में प्रस्तुत किया। ट्रंप ने मियामी में एक कार्यक्रम में कहा कि व्यापार में कटौती की उनकी धमकियों के कारण दोनों देशों के बीच लड़ाई रुकी। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक शांति के लिए सहमति नहीं होती, तब तक वह व्यापारिक समझौते नहीं करेंगे। इस लेख में ट्रंप के दावों और उनके प्रभाव पर चर्चा की गई है।
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डोनाल्ड ट्रंप का भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर दावा: व्यापार समझौतों का प्रभाव

ट्रंप का संघर्ष समाप्त करने का दावा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष समाप्त करने के अपने दावे को दोहराया। उन्होंने व्यापार समझौतों और टैरिफ को वैश्विक संघर्षों को समाप्त करने के उपकरण के रूप में प्रस्तुत किया। हालांकि, उनके द्वारा दिए गए आंकड़े लगातार बदलते रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान "आठ विमान" नष्ट किए गए थे।


फ्लोरिडा के मियामी में एक कार्यक्रम में बोलते हुए, ट्रंप ने कहा कि व्यापार में कटौती की उनकी धमकियों के कारण नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच लड़ाई रुकी।


भारत-पाकिस्तान के व्यापार समझौते पर चर्चा

ट्रंप ने मियामी में ‘अमेरिका बिजनेस फोरम’ में अपने संबोधन में कहा, "आठ महीनों में मैंने कोसोवो और सर्बिया, कांगो और रवांडा सहित आठ युद्धों को समाप्त किया, जिसमें पाकिस्तान और भारत का संघर्ष भी शामिल है।"


उन्होंने कहा, "मैं उन दोनों देशों के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा था, तभी मैंने सुना कि वे युद्ध करने जा रहे हैं। सात विमान नष्ट किए गए और आठवां विमान गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। कुल मिलाकर आठ विमान नष्ट हुए।"


शांति के बिना व्यापार नहीं

ट्रंप ने कहा, "मैंने कहा, यह युद्ध है और वे आगे बढ़ रहे हैं। वे दोनों परमाणु संपन्न राष्ट्र हैं। मैंने कहा, 'जब तक आप शांति के लिए सहमत नहीं होते, तब तक मैं आप लोगों के साथ कोई व्यापारिक समझौता नहीं करूंगा।'"


उन्होंने आगे कहा, "दोनों देशों ने कहा, 'बिल्कुल नहीं। इसका व्यापार से कोई लेना-देना नहीं है...' मैंने कहा, 'इसका सबसे ज्यादा लेना-देना है। आप परमाणु शक्ति संपन्न हैं। अगर आप एक-दूसरे के साथ लड़ेंगे, तो हम आपके साथ कोई समझौता नहीं करेंगे।'"


ट्रंप ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, "एक दिन बाद मुझे फोन आया कि 'हमने शांति स्थापित कर ली है।' वे रुक गए। मैंने कहा, 'धन्यवाद। चलो व्यापार करते हैं।' क्या यह बढ़िया नहीं है? शुल्क के कारण ऐसा हुआ... टैरिफ के बिना, यह कभी नहीं होता।"


ट्रंप की सोशल मीडिया घोषणा

ट्रंप ने 10 मई को सोशल मीडिया पर यह घोषणा की थी कि भारत और पाकिस्तान वाशिंगटन की मध्यस्थता में "पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम" पर सहमत हो गए हैं। इसके बाद से उन्होंने यह दावा 60 से अधिक बार दोहराया है।


हालांकि, भारत ने हमेशा किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से इनकार किया है।


मियामी में अपने भाषण में, ट्रंप ने इजराइल और ईरान, मिस्र और इथियोपिया, आर्मेनिया और अजरबैजान, और कंबोडिया और थाईलैंड के बीच संघर्षों को सुलझाने में मदद करने का भी उल्लेख किया। उन्होंने हाल ही में चीन, जापान और मलेशिया के साथ किए गए आर्थिक समझौतों का भी जिक्र किया।