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डोनाल्ड ट्रंप का यूक्रेन युद्ध पर नया दृष्टिकोण

डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध पर अपने दृष्टिकोण में बदलाव किया है, जहां पहले उन्होंने शांति समझौते का समर्थन किया था, वहीं अब उन्होंने यूक्रेन को जवाबी कार्रवाई की अनुमति देने का संकेत दिया है। ट्रंप का कहना है कि बिना आक्रामक रणनीति के युद्ध जीतना संभव नहीं है। उन्होंने जो बाइडेन प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार केवल बचाव की स्थिति में है। इस बीच, रूस ने पश्चिमी देशों की सैन्य तैनाती का विरोध करते हुए सुरक्षा गारंटी पर अपनी भागीदारी की मांग की है।
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डोनाल्ड ट्रंप का यूक्रेन युद्ध पर नया दृष्टिकोण

रूस-यूक्रेन संघर्ष पर ट्रंप का बदलता रुख

रूस-यूक्रेन युद्ध: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यूक्रेन के प्रति दृष्टिकोण अब बदलता हुआ दिखाई दे रहा है। पहले उन्होंने शांति समझौते का समर्थन किया था, लेकिन अब उन्होंने यूक्रेन को जवाबी कार्रवाई की अनुमति देने का संकेत दिया है। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि बिना आक्रामक रणनीति के किसी भी युद्ध में सफलता प्राप्त करना संभव नहीं है। यह बयान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी अलास्का में हुई बैठक के बाद आया, जिसमें कोई ठोस परिणाम नहीं निकला।


इसके बाद, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडोमिर जेलेंस्की से मुलाकात में उन्होंने त्रिपक्षीय वार्ता का आश्वासन दिया और स्थायी शांति की आवश्यकता पर जोर दिया। ट्रंप ने जो बाइडेन प्रशासन को अक्षम बताते हुए कहा कि वर्तमान सरकार केवल यूक्रेन को बचाव की स्थिति में रख रही है, जबकि असली जीत तभी संभव है जब जवाबी हमला किया जाए।


ट्रंप का सोशल मीडिया पोस्ट

ट्रंप का पोस्ट


ट्रंप ने अपनी पोस्ट में यह भी उल्लेख किया कि यदि वह राष्ट्रपति होते, तो यह युद्ध कभी नहीं होता। उन्होंने भविष्य को 'दिलचस्प' बताते हुए संकेत दिया कि रूस और यूक्रेन के बीच मौजूदा स्थिति में जल्द ही कोई महत्वपूर्ण कदम उठाया जा सकता है। हालांकि, उन्होंने रूस का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया, लेकिन स्पष्ट किया कि आक्रमणकारी देश को जवाब दिए बिना जीत की संभावना नहीं है।



रूस की भागीदारी की मांग

रूस की भागीदारी की मांग दोहराई


इस बीच, रूस पश्चिमी देशों की सैन्य तैनाती का विरोध कर रहा है। विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने सुरक्षा गारंटी पर रूस की भागीदारी की आवश्यकता को दोहराया और कहा कि उनके बिना किसी भी सुरक्षा गारंटी पर चर्चा करना व्यर्थ है। हाल ही में, रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं। पश्चिमी यूक्रेन के मुकाचेवो में अमेरिकी स्वामित्व वाली फैक्ट्री पर मिसाइल गिरने से भारी नुकसान हुआ और कम से कम 15 लोग घायल हो गए। इन घटनाओं से स्पष्ट है कि मौजूदा हालात में शांति समझौता कठिन होता जा रहा है और युद्ध एक नए मोड़ की ओर बढ़ रहा है.