डोनाल्ड ट्रंप की विवादास्पद टिप्पणी: कैरोलीन लेविट की तारीफ पर उठे सवाल

ट्रंप की प्रशंसा पर विवाद
हाल ही में, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट की खुलकर सराहना की। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, "वह एक स्टार बन गई हैं। उनका चेहरा, उनका दिमाग, और उनके होंठ जैसे मशीन गन की तरह चलते हैं।" यह बयान तेजी से वायरल हुआ और सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना का कारण बना।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ
विवादास्पद टिप्पणी का सोशल मीडिया पर जवाब
ट्रंप की इस टिप्पणी को कई उपयोगकर्ताओं ने 'creepy', 'sexist', और 'unprofessional' करार दिया। कुछ ने इसे जेफरी एपस्टीन केस से जुड़े विवादों की याद दिलाने वाला बताया। एक यूज़र ने इसे 'बिग मोनिका लेविंस्की वाइब्स' कहा, जो 1990 के दशक के घोटाले की तुलना थी। इस प्रशंसा ने कई लोगों को असहज कर दिया।
कैरोलीन लेविट का राजनीतिक सफर
लेविट का राजनीतिक प्रोफाइल
कैरोलीन क्लेयर लेविट ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में नियुक्त पांचवीं प्रेस सचिव हैं और सबसे युवा व्यक्ति हैं जिन्होंने यह पद संभाला है। वह 2024 के चुनाव अभियान में ट्रंप की राष्ट्रीय प्रेस सचिव रह चुकी हैं। उनके संक्षिप्त ब्रीफिंग कमांड और मीडिया प्रबंधन की शैली ने उन्हें पहचान दिलाई है।
नोबेल शांति पुरस्कार की मांग
नोबेल शांति पुरस्कार की मांग
इसी साक्षात्कार में, लेविट ने ट्रंप की विदेश नीति की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने छह महीनों में औसतन हर महीने एक शांति समझौता या युद्धविराम करवाया है। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए। ट्रंप ने भी उनका समर्थन किया, लेकिन यह दावा तथ्यात्मक रूप से आलोच्य रहा है।
ट्रंप की टिप्पणी पर उठे सवाल
ट्रंप की टिप्पणी ने क्यों खड़ा किया सवाल?
ट्रंप की 'लिप्स की तरह मशीन गन' वाली टिप्पणी को आलोचकों ने सत्ता और महिलाओं के प्रति बाध्यकारी दृष्टिकोण का प्रतीक माना है। अधिकांश लोग मानते हैं कि राष्ट्रपति का किसी कर्मचारी, विशेषकर महिला की भौतिक विशेषताओं पर सार्वजनिक टिप्पणी करना पेशेवर सीमाओं का उल्लंघन है।
ट्रंप की प्रतिक्रिया
ट्रंप की प्रतिक्रिया
ट्रंप ने अपनी टिप्पणी पर सफाई देने की कोशिश नहीं की। बल्कि उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि 'लेविट तेज, खूबसूरत और सच बोलने में एक अचूक वक्ता हैं।' उनके समर्थकों ने इसे मजाकिया और मासूम प्रशंसा बताया, बिना किसी संदर्भ को सवाल किए।