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डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क टाइम्स पर 15 अरब डॉलर का मानहानि मुकदमा दायर किया

डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क टाइम्स के खिलाफ 15 अरब डॉलर का मानहानि मुकदमा दायर किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह समाचार पत्र उनके खिलाफ झूठा प्रचार कर रहा है और कट्टरपंथी वामपंथी डेमोक्रेट पार्टी का मुखपत्र बन गया है। ट्रंप ने इस मामले में अपने बयान में कहा कि यह अखबार दशकों से उनके और उनके परिवार के खिलाफ झूठ बोल रहा है। जानें इस मुकदमे के पीछे की पूरी कहानी और ट्रंप के आरोपों के बारे में।
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डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क टाइम्स पर 15 अरब डॉलर का मानहानि मुकदमा दायर किया

ट्रंप का न्यूयॉर्क टाइम्स पर मानहानि का आरोप

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा में 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' के खिलाफ 15 अरब डॉलर का मानहानि मुकदमा दायर किया है। ट्रंप का कहना है कि यह समाचार पत्र उनके खिलाफ 'दशकों से झूठ का अभियान' चला रहा है और 'कट्टरपंथी वामपंथी डेमोक्रेट पार्टी का मुखपत्र' बन गया है।


उन्होंने आरोप लगाया कि 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' उनके, उनके परिवार, व्यवसायों और राजनीतिक आंदोलन को जानबूझकर निशाना बना रहा है।


ट्रंप ने 'ट्रुथ सोशल' पर एक बयान में कहा, "आज मुझे 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' के खिलाफ 15 अरब डॉलर का मानहानि मुकदमा दायर करने का सौभाग्य मिला है। यह अखबार हमारे देश के इतिहास में सबसे घटिया और गिरे हुए अखबारों में से एक है।"


उन्होंने इस समाचार पत्र पर डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस के समर्थन का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी तस्वीर का पहले पन्ने पर होना 'अब तक का सबसे बड़ा अवैध चुनावी योगदान' है।


ट्रंप ने कहा कि 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' दशकों से उनके और उनके परिवार के बारे में झूठ बोल रहा है।


उन्होंने फर्जी समाचारों के खिलाफ कार्रवाई की बात करते हुए कहा कि पहले भी उन्होंने अन्य मीडिया संस्थानों के खिलाफ सफल मुकदमे दायर किए हैं।


ट्रंप ने 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' की कवरेज को एबीसी और सीबीएस जैसे संस्थानों के समान बताते हुए कहा कि इन संगठनों ने लंबे समय से दुर्व्यवहार का एक पैटर्न अपनाया है।


उन्होंने कहा, "'द न्यूयॉर्क टाइम्स' को लंबे समय से झूठ बोलने और मुझे बदनाम करने की छूट दी गई है, और अब यह सब खत्म होगा।"


ट्रंप पहले भी कई मीडिया संस्थानों से नाराज हो चुके हैं। एबीसी न्यूज ने उनके साथ एक मुकदमे का निपटारा ट्रंप लाइब्रेरी के लिए 1.5 करोड़ डॉलर का दान देकर किया था।