तरनतारन विधानसभा चुनाव: राजनीतिक दलों की तैयारी और उम्मीदवारों की घोषणा

चुनावी बिसात बिछी
राजनीतिक दलों ने उम्मीदवारों की घोषणा की
तरनतारन विधानसभा चुनाव - पंजाब की तरनतारन विधानसभा सीट पर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। यह सीट पहले शिरोमणि अकाली दल का गढ़ मानी जाती थी, लेकिन पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने यहां शानदार जीत हासिल की थी। अब, कांग्रेस भी इस सीट पर अपनी दावेदारी पेश कर चुकी है। आम आदमी पार्टी के विधायक डा. कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी है। चुनाव 11 नवंबर को होंगे और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
चुनाव की घोषणा के बाद से सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है और प्रचार में जुट गए हैं। शिरोमणि अकाली दल से अलग हुई पंथक पार्टी भी अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारने की योजना बना रही है। इस बार शिरोमणि अकाली दल ने प्राचार्य सुखविंदर कौर रंधावा को अपना उम्मीदवार बनाया है। सुखविंदर के पति धर्मी फौजी रहे हैं, जो क्षेत्र में एक अच्छी पहचान रखते हैं।
आम आदमी पार्टी ने हरमीत सिंह संधू को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो पहले भी विधायक रह चुके हैं।
चुनौतियों का सामना
संधू शिअद के लिए चुनौती बन सकते हैं
पंथक दल के उम्मीदवार के अलावा, हरमीत सिंह संधू भी शिरोमणि अकाली दल के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकते हैं। कांग्रेस ने किसान नेता करणबीर सिंह बुर्ज को चुनावी मैदान में उतारा है। 2017 में कांग्रेस के डा. धर्मबीर अग्निहोत्री ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। भाजपा ने तरनतारन के जिलाध्यक्ष हरजीत सिंह संधू को चुनावी समर में उतारा है। हरजीत पहले अकाली दल से जुड़े रहे हैं और 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे।
आप का लक्ष्य जीत बनाए रखना
आम आदमी पार्टी इस सीट पर अपनी जीत को बनाए रखना चाहती है। मुख्यमंत्री ने हरमीत सिंह संधू को उम्मीदवार घोषित करते हुए जनता से अपील की है कि वे उन्हें फिर से जीत दिलाएं। उपचुनाव के पिछले रिकॉर्ड आम आदमी पार्टी के पक्ष में रहे हैं।
पंजाब में हाल ही में हुए उपचुनावों में आम आदमी पार्टी ने कई सीटों पर जीत दर्ज की है। तरनतारन सीट पर पहली बार 2022 में आम आदमी पार्टी के कश्मीर सिंह सोहल ने जीत हासिल की थी।