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तृणमूल कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन: अभिषेक बनर्जी की नई भूमिका

तृणमूल कांग्रेस में ममता बनर्जी के नेतृत्व में एक नया बदलाव देखने को मिल रहा है। पार्टी के पुराने नेता रिटायर हो रहे हैं और अभिषेक बनर्जी को लोकसभा में पार्टी का नया नेता नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही, काकोली घोष दस्तीदार को मुख्य सचेतक बनाया गया है। इस बदलाव के साथ, पार्टी युवा नेताओं के हाथों में आ गई है, जो नई दिशा में आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं। जानें इस बदलाव के पीछे की कहानी और पार्टी की नई रणनीतियों के बारे में।
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तृणमूल कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन: अभिषेक बनर्जी की नई भूमिका

तृणमूल कांग्रेस में बदलाव का दौर

तृणमूल कांग्रेस, जो ममता बनर्जी की पार्टी है, इस समय एक महत्वपूर्ण संक्रमण काल से गुजर रही है। कांग्रेस से जुड़े कई पुराने नेता अब रिटायर हो रहे हैं या पार्टी से किनारे किए जा रहे हैं। अब पार्टी की कमान अभिषेक बनर्जी, जो ममता के भतीजे हैं, के हाथ में आ गई है। उन्हें लोकसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया गया है, जिससे वे भाजपा, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बाद चौथी सबसे बड़ी पार्टी के नेता बन गए हैं। पहले यह जिम्मेदारी सुदीप बंदोपाध्याय के पास थी, लेकिन उनकी सेहत के कारण उन्हें पद से हटा दिया गया है।


अभिषेक के लोकसभा में नेता बनने के बाद एक और महत्वपूर्ण बदलाव मुख्य सचेतक के पद पर हुआ है। कल्याण बनर्जी, जो पहले मुख्य सचेतक थे, ने इस्तीफा दे दिया है और उनकी जगह काकोली घोष दस्तीदार को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। हाल ही में उन्हें सांसदों के साथ समन्वय का कार्य भी सौंपा गया था। इसके अलावा, पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय पहले ही रिटायर हो चुके हैं। वे कुछ समय के लिए भाजपा में भी शामिल हुए थे, लेकिन बाद में तृणमूल कांग्रेस में लौट आए।


पार्टी के सबसे बुजुर्ग नेताओं में से एक सौगत राय भी अब संसदीय कार्यों में सक्रिय नहीं हैं। दिनेश त्रिवेदी पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं। इस प्रकार, अब ममता बनर्जी की पार्टी युवा नेताओं के हाथों में है, जो अभिषेक के नेतृत्व में आगे बढ़ेंगे। अभिषेक बनर्जी से लेकर महुआ मोइत्रा तक, नए नेता पार्टी की दिशा तय कर रहे हैं।