तेज प्रताप यादव की राजनीतिक गतिविधियाँ: सपा में शामिल होने की चर्चा

तेज प्रताप यादव की नई राजनीतिक दिशा
तेज प्रताप यादव समाचार: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उनका ध्यान राजनीतिक कारणों पर केंद्रित है। खबरें हैं कि लव अफेयर और पारिवारिक विवादों के चलते लालू यादव ने उन्हें पार्टी और परिवार से अलग कर दिया है।
सपा कार्यालय में तेज प्रताप की गुप्त बैठक
तेज प्रताप अब अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने के प्रयास में हैं। बुधवार को, वे अचानक पटना में समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने लगभग एक घंटे तक सपा नेताओं के साथ गुप्त बैठक की। इस बैठक के बाद, सियासी हलकों में तेज प्रताप के सपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं।
विधानसभा में दिखी दूरी
हाल ही में विधानसभा के मानसून सत्र में, तेज प्रताप ने स्पष्ट किया कि वे अब तेजस्वी यादव और RJD से अलग चल रहे हैं। जब RJD के नेता विरोध प्रदर्शन के लिए काले कपड़े पहनकर आए, तब तेज प्रताप साधारण कपड़ों में अकेले नजर आए। इसके अलावा, उन्हें उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के साथ हंसते हुए भी देखा गया, जिसने RJD में हलचल पैदा कर दी।
महुआ सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान
तेज प्रताप ने अपनी नई राजनीतिक टीम 'टीम तेज प्रताप' का गठन किया है। उन्होंने घोषणा की है कि वे महुआ विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और RJD को हराने का इरादा रखते हैं। इसके लिए वे महुआ का गहन दौरा कर चुके हैं और अपनी स्थिति मजबूत करने में लगे हैं।
अखिलेश यादव से नजदीकी
सूत्रों के अनुसार, तेज प्रताप और अखिलेश यादव के बीच अच्छे संबंध हैं। लालू से नाराजगी के बाद, तेज प्रताप ने वीडियो कॉल के माध्यम से अखिलेश से आशीर्वाद भी लिया था। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि तेज प्रताप निर्दलीय न होकर सपा के टिकट पर चुनाव लड़ते हैं, तो उनकी जीत की संभावनाएँ काफी बढ़ जाएंगी।
क्या सपा बनेगी तेज प्रताप की नई राजनीतिक ताकत?
तेज प्रताप का सपा कार्यालय जाना एक महत्वपूर्ण संकेत है, जो उनकी नई राजनीतिक दिशा की खोज को दर्शाता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या तेज प्रताप यादव वास्तव में RJD को छोड़कर सपा में शामिल होंगे या यह केवल राजनीतिक दबाव बनाने की एक रणनीति है?