तेज प्रताप यादव ने RJD से निष्कासन पर उठाए सवाल, सुरक्षा की मांग की

तेज प्रताप यादव का मीडिया में बयान
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से निष्कासित तेज प्रताप यादव ने पहली बार खुलकर अपनी बात रखी है। बिहार के पूर्व मंत्री और हसनपुर के विधायक तेज प्रताप ने मीडिया से बातचीत में अपनी बेदखली को एक साजिश बताया और अपनी जान को खतरा बताते हुए बिहार सरकार से सुरक्षा की मांग की।
तेज प्रताप ने अपने निष्कासन को एक सुनियोजित साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने मिलकर उनके खिलाफ साजिश की और उन्हें पार्टी से बाहर निकाला। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता उनके स्वभाव को जानती है और वे हमेशा लोगों के बीच रहते हैं। कुछ लोगों ने सोचा कि वे उन्हें अकेला कर देंगे, लेकिन तेज प्रताप ने स्पष्ट किया कि वे दबने वाले नहीं हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि वे इस साजिश का पर्दाफाश करेंगे और उन लोगों के नाम बताएंगे जिन्होंने उनके खिलाफ यह कदम उठाया। तेज प्रताप ने कहा, "मैं डरने वाला नहीं हूं। मैं स्थिति का सामना करूंगा और उन लोगों के नाम सामने लाऊंगा।"
जान को खतरा, सुरक्षा की अपील
तेज प्रताप ने अपनी जान को खतरा बताते हुए बिहार सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा, "मैं इस समय असुरक्षित महसूस कर रहा हूं। मेरे दुश्मन हर जगह हैं। मैं सरकार से मांग करता हूं कि मेरी सुरक्षा बढ़ाई जाए।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि बिहार की जनता उनके साथ है और उनके स्वभाव को समझती है। तेज प्रताप ने अपने समर्थकों से अपील की कि वे उनके साथ खड़े रहें, क्योंकि वे इस साजिश के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।
RJD से निष्कासन का विवाद
तेज प्रताप यादव को 25 मई 2025 को RJD के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। यह कार्रवाई तेज प्रताप के सोशल मीडिया पर अनुष्का यादव के साथ कथित रिश्ते को लेकर एक पोस्ट के बाद हुई थी। हालांकि, तेज प्रताप ने बाद में कहा कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया था और तस्वीरें AI से एडिट की गई थीं।