तेजस्वी यादव का चुनाव आयोग पर तीखा हमला, 80% दावों को बताया जमीनी हकीकत से विपरीत

तेजस्वी यादव का चुनाव आयोग पर आरोप
पटना। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रविवार को एक वीडियो साझा करते हुए चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि आयोग खुद सामने आने के बजाय स्रोतों के माध्यम से खबरें फैला रहा है, जिससे वह अपनी गतिविधियों को छिपा सके। तेजस्वी ने यह भी कहा कि ये वही स्रोत हैं जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस्लामाबाद, लाहौर और कराची पर कब्जा किया था। इसलिए, उन्होंने ऐसे स्रोतों को अपशिष्ट समझा, जो दुर्गंध फैलाते हैं। उनका कहना है कि चुनाव आयोग का 80% दावा वास्तविकता से पूरी तरह भिन्न है।
चुनाव आयोग स्वयं सामने आने की बजाय सूत्रों के हवाले से खबर प्लांट करवा रहा है ताकि इसकी आड़ में खेला कर सके। ये वही सूत्र है जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस्लामाबाद, लाहौर और कराची पर कब्जा कर चुके थे।
इसलिए हम ऐसे सूत्र को मूत्र समझते है। मूत्र यानि ऐसा अपशिष्ट पदार्थ जो दुर्गंध… pic.twitter.com/ACwApxQwVr
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 13, 2025
बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि आयोग का दावा है कि राज्य में 80% फॉर्म जमा हो चुके हैं, जबकि जमीनी हकीकत इसके विपरीत है। इस दौरान उनके साथ विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह, नेता दल शकील अहमद खान और विधायक राजेश राम भी उपस्थित थे।
तेजस्वी ने कहा कि आयोग का दावा है कि 80% फॉर्म भरे जा चुके हैं, लेकिन उनके क्षेत्र में तो फॉर्म अब तक जमा नहीं हुए हैं। कई स्थानों पर फॉर्म सड़क पर पड़े हुए मिले हैं, और कहीं उन पर जलेबी बिक रही है। उन्होंने इस पुनरीक्षण प्रक्रिया को “ग़ैर पारदर्शी” और “आई वॉश” करार दिया। तेजस्वी ने कहा कि सर्वर बार-बार डाउन हो रहा है और OTP की समस्या आ रही है, लेकिन इन तकनीकी शिकायतों को नजरअंदाज किया जा रहा है। उनका आरोप था कि न तो BLO को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं और न ही मतदाताओं को यह बताया गया कि वे दस्तावेज बाद में भी दे सकते हैं।