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तेजस्वी यादव का चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप: भाजपा वोट चुरा रही है

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के संदर्भ में तेजस्वी यादव ने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा वोट चुरा रही है और चुनाव आयोग इसके लिए जिम्मेदार है। तेजस्वी ने कई उदाहरण दिए हैं, जिसमें भाजपा समर्थकों के नाम पर डुप्लिकेट ईपीआईसी आईडी पंजीकृत होने का मामला शामिल है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने भाजपा की चुनावी धांधली के बारे में भी चर्चा की। जानें इस मामले में और क्या कहा गया है।
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तेजस्वी यादव का चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप: भाजपा वोट चुरा रही है

बिहार चुनाव 2025 में तेजस्वी यादव का आरोप

बिहार चुनाव 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले विपक्ष ने राज्य में एसआईआर का विरोध तेज कर दिया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाने के बाद राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। भाजपा और चुनाव आयोग अब विपक्षी दलों के निशाने पर हैं। इसी संदर्भ में, पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव में धांधली के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि लोगों को लगता था कि भाजपा और पीएम मोदी का चुनाव जीतना किसी जादू की तरह है, लेकिन असलियत यह है कि वे वोट चुरा रहे हैं।


तेजस्वी यादव ने कहा, "चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर वोट चुरा रहा है। लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा कि भाजपा और पीएम मोदी हर राज्य में कैसे जीतते हैं। असलियत यह है कि वे वोट चुरा रहे हैं। अब जब सच्चाई सामने आ रही है, तो उनके पास कोई जवाब नहीं है। चुनाव आयोग ने कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस भी नहीं की।" उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, "मुजफ्फरपुर की मेयर निर्मला देवी, जो भाजपा समर्थक हैं, के पास एक ही विधानसभा क्षेत्र से दो ईपीआईसी आईडी पंजीकृत हैं। यह केवल उनका मामला नहीं है, बल्कि उनके परिवार के कई सदस्यों के नाम भी डुप्लिकेट ईपीआईसी आईडी के साथ मतदाता सूची में हैं। यह एक गंभीर मामला है और चुनाव आयोग इसमें गहराई से शामिल है।"


तेजस्वी यादव ने आगे कहा, "अब गुजरात के लोग बिहार के वोटर बन रहे हैं। भाजपा के प्रभारी भीखूभाई दलसानिया, जिन्होंने अपना अंतिम वोट 2024 में गुजरात में डाला था, अब पटना के वोटर बन गए हैं। उनका नाम गुजरात में कट गया था, लेकिन वे अभी भी पटना में वोट देने के लिए पंजीकृत हैं। यह एक साजिश है जिसे समझना जरूरी है। भाजपा चुनाव आयोग की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर धांधली कर रही है।"


आरजेडी नेता ने कहा, "एसआईआर का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और जिनके नाम एसआईआर में मृतक के तौर पर दर्ज थे, उन्हें कोर्ट में जिंदा पेश किया गया। यह गंभीर मामला है जिसे लोग वोट चोरी कह रहे हैं, लेकिन भाजपा के इशारे पर चुनाव आयोग इसमें लगा हुआ है। अब जब सच्चाई सामने आ रही है, तो भाजपा चुप हो गई है। पहले भाजपा के पास चुनाव में धांधली करने का एक फॉर्मूला था, जिसमें सीबीआई और ईडी को लगाया गया था, लेकिन जब ये सभी एजेंसियां फेल हो गईं, तो चुनाव आयोग को आगे किया गया। 2020 में भी चुनाव आयोग ने वोटों की चोरी की। हमें 10 सीटों पर 12,000 वोटों के अंतर से हराया गया। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में सीसीटीवी के बावजूद पकड़े गए, इसलिए चुनाव आयोग ने सीसीटीवी ही हटा दिया। देश की जनता सब समझती है। चुनाव आयोग केवल भाजपा का साथ दे रहा है। वह विपक्ष के वोट कम कर रहा है और एक ही विधानसभा क्षेत्र में भाजपाइयों के लिए दो ईपीआईसी नंबर बना रहा है।"