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तेजस्वी यादव की नई रणनीति: वैश्य समाज को लुभाने की कोशिश

बिहार विधानसभा चुनाव 2024 के लिए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने वैश्य समाज को लुभाने के लिए तेजस्वी यादव द्वारा की गई नई घोषणाओं के साथ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने वैश्य आयोग के गठन, सुरक्षा उपायों और समाज के योगदान की सराहना की है। यह रणनीति एनडीए के लिए चिंता का विषय बन सकती है, खासकर जब चुनाव नजदीक हैं। जानें तेजस्वी यादव की घोषणाओं का क्या असर हो सकता है।
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तेजस्वी यादव की नई रणनीति: वैश्य समाज को लुभाने की कोशिश

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी

बिहार विधानसभा चुनाव: बिहार में 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी के तहत राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे एनडीए, विशेषकर बीजेपी, को आश्चर्यचकित कर दिया है। तेजस्वी यादव ने वैश्य समुदाय को आकर्षित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं, जो बीजेपी और एनडीए की चिंताओं को बढ़ा सकती हैं।


तेजस्वी यादव की घोषणाएं

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बापू सभागार में आयोजित राष्ट्रीय वैश्य महासभा के सम्मेलन में वैश्य समुदाय के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा, 'महागठबंधन की सरकार बनने पर सबसे पहले हम वैश्य आयोग का गठन करेंगे। इसके साथ ही, सभी प्रमुख बाजारों के पास पुलिस पिकेट और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। महागठबंधन की सरकार किसी भी कीमत पर वैश्य समाज के साथ दुर्व्यवहार करने वालों को कड़ी सजा दिलवाएगी।' इस अवसर पर तेजस्वी यादव ने वैश्य समाज के योगदान की सराहना करते हुए कहा, 'बनिया का मतलब है निर्माण करना। बिहार के विकास में वैश्य समाज की महत्वपूर्ण भूमिका है। यदि हमें बिहार को नया रूप देना है, तो हमें वैश्य समाज का सहयोग चाहिए।'


वैश्य समाज की जनसंख्या और RJD का लक्ष्य

बिहार में जातीय सर्वे के अनुसार, वैश्य समाज की जनसंख्या लगभग 2.31% है, जो करीब 30 लाख के आसपास है। हालांकि, कई वैश्य नेता इस आंकड़े से असहमत हैं और दावा करते हैं कि उनकी संख्या कुल आबादी का 18% से अधिक हो सकती है। बिहार में वैश्य समाज की लगभग 56 उपजातियां हैं, और इन उपजातियों को जोड़ने पर यह संख्या 25% तक जा सकती है। अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता का मानना है कि बिहार में वैश्य समाज की जनसंख्या 25% हो सकती है, जो RJD के लिए एक महत्वपूर्ण वोट बैंक बन सकता है।


RJD की रणनीति

तेजस्वी यादव का वैश्य महासम्मेलन में भाग लेना और घोषणाएं करना सीधे तौर पर बीजेपी के वोट बैंक में सेंधमारी करने की कोशिश है। बीजेपी हमेशा से वैश्य समाज का बड़ा समर्थन प्राप्त करती रही है, लेकिन अब RJD ने वैश्य समाज को अपने पक्ष में लाने के लिए कई घोषणाएं की हैं, जिनकी उम्मीद पहले एनडीए से थी। तेजस्वी ने बिहार के विकास में वैश्य समाज की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए महागठबंधन के साथ जुड़ने की अपील की। उनकी यह रणनीति एनडीए के लिए चिंता का विषय बन सकती है, खासकर जब लोकसभा चुनाव नजदीक हैं।