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तेजस्वी यादव की 'बिहार अधिकार यात्रा' का आगाज, नए बिहार के संकल्प के साथ

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में तेजस्वी यादव ने 'बिहार अधिकार यात्रा' की शुरुआत की है। इस यात्रा का उद्देश्य बेरोजगारी, महंगाई और गरीबी जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है। तेजस्वी ने कहा कि यह यात्रा किसानों, मजदूरों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के घुसपैठियों के मुद्दे पर भी सवाल उठाए। जानें इस यात्रा के बारे में और क्या है तेजस्वी का नया संकल्प।
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तेजस्वी यादव की 'बिहार अधिकार यात्रा' का आगाज, नए बिहार के संकल्प के साथ

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में तेजस्वी यादव की यात्रा

बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर गतिविधियाँ तेज हो रही हैं। इस क्रम में, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव मंगलवार से ‘बिहार अधिकार यात्रा’ शुरू करने जा रहे हैं। 


यात्रा पर निकलने से पहले उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य नए संकल्प के साथ बिहार का विकास करना है। ‎


मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “आज से हम लोग ‘बिहार अधिकार यात्रा’ पर निकल रहे हैं, जिन जिलों को पहले कवर नहीं किया गया था, उन्हें हम शामिल कर रहे हैं। बिहार में बेरोजगारी, महंगाई और गरीबी को समाप्त करने के लिए, किसानों और मजदूरों के सम्मान के लिए, और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हम इस यात्रा पर निकले हैं। साथ ही, प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए भी हम संकल्पित हैं।


उन्होंने बताया कि यात्रा का पहला कार्यक्रम जहानाबाद में होगा, इसके बाद नालंदा में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। ‎प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पूर्णिया में घुसपैठियों के मुद्दे को उठाने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि यह केवल चुनावी भाषण हैं।


उन्होंने कहा, “कौन रोक रहा है घुसपैठियों को बाहर निकालने में? उनकी सरकार पिछले 11 सालों से है, फिर भी घुसपैठिए कैसे आए? 20 साल से बिहार में उनकी सरकार है, फिर घुसपैठिए कैसे घुस गए?


उन्होंने आगे कहा कि घुसपैठियों की पहचान कौन करेगा? केवल चुनावी भाषण देने से कुछ नहीं होगा। झारखंड में चुनाव के समय घुसपैठिए थे, अब वे वहां नहीं हैं?


तेजस्वी यादव ने कहा कि घुसपैठियों का मुद्दा असल में लोगों को वास्तविक मुद्दों से भटकाने का प्रयास है। असली मुद्दे शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, सिंचाई और कार्रवाई हैं। ‎एक मंत्री ने पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार किया, जो पहले कभी नहीं हुआ था। मुख्यमंत्री की स्थिति चिंताजनक है।


उन्होंने ‘माई बहन मान योजना’ के संदर्भ में एफआईआर पर कहा कि यह सब मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए किया गया है।