तेजस्वी यादव ने कांग्रेस के विवादास्पद पोस्ट से खुद को किया अलग, बिहार की गरिमा पर उठे सवाल

तेजस्वी यादव का कांग्रेस से अलगाव
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कांग्रेस के एक विवादास्पद ट्वीट से खुद को और अपनी पार्टी को अलग कर लिया। इस ट्वीट में बिहार की तुलना बीड़ी से की गई थी, जो कांग्रेस की केरल इकाई द्वारा जीएसटी सुधारों पर भाजपा पर निशाना साधने के लिए किया गया था। तेजस्वी ने स्पष्ट किया कि यह ट्वीट गलत था और उन्होंने इसका समर्थन नहीं किया।”
कांग्रेस का विवादास्पद ट्वीट
कांग्रेस का पोस्ट पर विवाद
कांग्रेस ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा था, 'बीड़ी और बिहार, दोनों 'बी' से शुरू होते हैं। अब इसे पाप नहीं माना जा सकता।' इस पोस्ट का उद्देश्य मोदी सरकार की जीएसटी नीति पर कटाक्ष करना था, लेकिन इसके शब्दों ने बिहार के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई। विवाद बढ़ने पर कांग्रेस ने कुछ घंटों में पोस्ट हटा दिया और माफी भी मांगी।
कांग्रेस की माफी
कांग्रेस ने मांगी माफी
कांग्रेस ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि पोस्ट का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी राजनीति पर व्यंग्य करना था, लेकिन इसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया। पार्टी ने लिखा कि यदि हमारे पोस्ट से किसी को ठेस पहुंची हो तो हम क्षमा चाहते हैं। हालांकि, यह सफाई भाजपा और अन्य विपक्षी दलों को संतुष्ट नहीं कर सकी।
भाजपा का तीखा हमला
बिहारियों का अपमान
भाजपा ने इस मामले को तुरंत चुनावी रंग दे दिया। वरिष्ठ भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि पहले इन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ का अपमान किया, और अब बिहार की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने राहुल गांधी से पूछा कि क्या बिहार की तुलना बीड़ी से करना उचित है? उनका कहना है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में बिहार की जनता महागठबंधन को इसका करारा जवाब देगी।
केंद्रीय मंत्री का बयान
पीयूष गोयल का बयान
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि 'बीड़ी-बिहार' वाला बयान कांग्रेस की नकारात्मक और तुच्छ मानसिकता को दर्शाता है। गोयल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस लगातार अदालतों और चुनाव आयोग पर सवाल उठाती रही है और प्रधानमंत्री की दिवंगत मां पर भी अपमानजनक टिप्पणी कर चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जनता ने बार-बार नकारा है। पार्टी बिखर रही है और गांधी परिवार की लोकप्रियता भी लगातार गिर रही है। राजद और कांग्रेस को बिहार की जनता से करारा जवाब मिलेगा।
चुनावी माहौल में गर्मी
चुनावी माहौल में बढ़ी गर्मी
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस के इस पोस्ट ने न केवल भाजपा बल्कि जनता दल (यूनाइटेड) और अन्य दलों को भी हमला करने का मौका दे दिया है। भाजपा इसे महागठबंधन की कमजोरी के रूप में पेश कर रही है, जबकि तेजस्वी यादव को सफाई देकर खुद को कांग्रेस से अलग दिखाना पड़ा।