त्योहारों के मौसम में रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़

भारत के रेलवे स्टेशनों पर भीड़ का नजारा
भारत के रेलवे स्टेशनों पर भीड़ का नजारा: जैसे ही त्योहारों का समय आता है, रेलवे स्टेशनों की स्थिति आम दिनों की तुलना में पूरी तरह बदल जाती है। देश के विभिन्न हिस्सों से लोग अपने घरों की ओर लौटने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
लंबी कतारें और भीड़
सूरत, दिल्ली और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों के रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की कतारें दो किलोमीटर तक लंबी हो गई हैं। सूरत के उधना स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 6 के बाहर यात्रियों की लाइन काफी लंबी थी। लोग रात से ही ट्रेन में बैठने के लिए इंतजार कर रहे थे, जिसमें बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल थे। कई यात्री धूल-मिट्टी में घंटों बैठे रहे।
रेलवे की तैयारी और सुरक्षा उपाय
नई दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े स्टेशनों पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भीड़ नियंत्रण की स्थिति का निरीक्षण किया। यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त टिकट काउंटर और सुविधा केंद्र स्थापित किए गए हैं। मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर विभिन्न ट्रेनों के लिए बैरिकेडेड क्षेत्र बनाए गए हैं, ताकि भीड़ को व्यवस्थित रखा जा सके और भगदड़ की स्थिति से बचा जा सके।
आरपीएफ और जीआरपी की सक्रियता
रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ और जीआरपी के जवान लगातार निगरानी कर रहे हैं। प्लेटफार्म पर रेलवे कर्मचारी यात्रियों की सहायता में लगे हुए हैं। कई यात्री ऐसे हैं जिन्हें टिकट नहीं मिल पा रहा है और उन्हें उच्च दामों पर टिकट खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। फिर भी, अधिकांश यात्रियों का मानना है कि रेलवे की व्यवस्था इस बार बेहतर है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना कम हो रही है।
भीड़ और आगे की चुनौतियाँ
उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड की ओर जाने वाली ट्रेनों में भीड़ बढ़ने लगी है। झांसी से गोरखपुर के लिए जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों को खिड़की और दरवाजे से कोच में प्रवेश करते देखा जा रहा है। भारी भीड़ को देखते हुए डीआरएम और आरपीएफ ने स्वयं कमान संभाल ली है। इसके अलावा, रेलवे ने सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की है और कई मामलों में FIR दर्ज की गई है।