दिल्ली में छठ पूजा के लिए भव्य तैयारियों की शुरुआत

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का यमुना तट पर निरीक्षण
दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने आज यमुना तट पर छठ पूजा की तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने पल्ला से आईटीओ तक घाटों की स्थिति का जायजा लिया और कहा कि इस बार छठ पर्व को भव्य और सुविधाजनक तरीके से मनाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को सुरक्षा, स्वच्छता, प्रकाश और पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने भी इस बार छठ पूजा को यादगार और सुव्यवस्थित बनाने का आश्वासन दिया।
विकास मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि उनका उद्देश्य श्रद्धा और स्वच्छता का संगम दिखाना है।
मुख्यमंत्री का स्वागत छठ गीतों से
इस निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ कई मंत्री और अधिकारी भी मौजूद थे। पल्ला घाट पर पहुंचने पर महिलाओं ने पारंपरिक छठ गीत गाकर उनका स्वागत किया। उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि सरकार के प्रयासों से इस बार का छठ पर्व पहले से अधिक भव्य होगा।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं का आशीर्वाद लेते हुए कहा कि यह पर्व मातृशक्ति की आस्था और प्रकृति के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है।
यमुना किनारे छठ घाटों का निर्माण
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार का लक्ष्य इस वर्ष राजधानीवासियों को भव्य और स्वच्छ छठ पर्व मनाने का अवसर प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि यमुना के किनारे जहां-जहां आबादी है, वहां श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए छठ घाटों का निर्माण किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि छठ पर्व केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह प्रकृति और संस्कृति का उत्सव है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार केवल घाट निर्माण तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी आयोजन का हिस्सा बनाया जाएगा। उनका उद्देश्य है कि हर नागरिक को अपने नजदीकी घाट पर सुरक्षित और भक्तिमय वातावरण में छठ पूजा करने की सुविधा मिले।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में पूर्वांचलवासी छठ पूजा के लिए उचित व्यवस्था की प्रतीक्षा कर रहे थे, और अब दिल्ली सरकार ने उन्हें भव्य घाटों की सौगात देने का आश्वासन दिया है।
श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित घाट
जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि इस बार दिल्ली में छठ पूजा का आयोजन यादगार और सुव्यवस्थित होगा। यमुना नदी के किनारों को सावधानी से विकसित किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ और सुरक्षित घाट उपलब्ध हो सकें।
उन्होंने कहा कि छठ पूजा सूर्य देव को समर्पित है, और इसका मूल तत्व शारीरिक और पर्यावरणीय शुद्धता है।