दिल्ली में बीजेपी पर आम आदमी पार्टी का तीखा हमला: क्या है फुलेरा की पंचायत का सच?

दिल्ली में बीजेपी सरकार की नीतियों पर सवाल
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में बीजेपी सरकार के कार्यों पर कड़ा प्रहार किया है। 'आप' के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने 1 जुलाई से पुराने वाहनों को पेट्रोल पंपों पर जब्त करने के आदेश को न केवल अव्यवहारिक बताया, बल्कि बीजेपी की कार्यशैली की तुलना 'फुलेरा की पंचायत' से की। इसके अलावा, उन्होंने बारिश के मौसम में कृत्रिम वर्षा की योजना पर भी तीखा कटाक्ष किया।
सरकार की नीतियों पर गंभीर आरोप
सौरभ भारद्वाज ने सरकार पर बहानेबाजी, गड्ढों की अनदेखी और प्रशासनिक अक्षमता के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने चेतावनी दी कि जब आम आदमी पार्टी सत्ता में आएगी, तो इन फैसलों की जांच की जाएगी। इसके साथ ही, उड़ीसा में बीजेपी पार्षदों द्वारा एक IAS अधिकारी की पिटाई पर IAS एसोसिएशन की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।
बीजेपी की कार्यशैली पर कटाक्ष
सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली में पुराने वाहनों को हटाने की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या इसके लिए कोई और तरीका नहीं है? उन्होंने कहा कि पेट्रोल पंपों पर झगड़े और हंगामे की बजाय क्या सरकारें इस तरह चलती हैं? बीजेपी सरकार दिल्ली को एक फुलेरा की पंचायत की तरह चला रही है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से पेट्रोल पंप कर्मचारियों और वाहन मालिकों के बीच टकराव होना तय है।
कृत्रिम वर्षा पर उठाए सवाल
दिल्ली में मानसून के दौरान कृत्रिम वर्षा के पायलट प्रोजेक्ट पर सौरभ ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जब पहले से बारिश हो रही है, तो ये आर्टिफिशियल बारिश क्यों? उन्होंने सवाल किया कि जो अधिकारी पहले हर फाइल में अड़ंगा डालते थे, वे अब कैसे ऐसी योजनाओं को पास कर रहे हैं?
गड्ढों की समस्या पर टिप्पणी
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगले 5 साल तक मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सिर्फ 'आप' को गाली देती रहेंगी। उन्होंने कहा कि जब आप ने शीला दीक्षित के खिलाफ चुनाव लड़ा, तब कभी ये बहाना नहीं बनाया कि पिछली सरकार ने ऐसा किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की मौजूदा बीजेपी सरकार को काम करने की इच्छा नहीं है, वे सिर्फ बहाने बनाते हैं।
IAS एसोसिएशन की चुप्पी पर नाराजगी
सौरभ भारद्वाज ने ओडिशा में भाजपा पार्षदों द्वारा एक एडिशनल कमिश्नर की पिटाई पर IAS एसोसिएशन की चुप्पी पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जब अंशु प्रकाश को थप्पड़ मारा गया था, तब हंगामा मच गया था। अब IAS को पीटा गया है, तो कहां है वो हंगामा? क्या ये संगठन भाजपा के इशारे पर काम करते हैं?