Newzfatafatlogo

दिल्ली में मोदी की रैली: AAP का आरोप, सरकारी कर्मचारियों को मजबूर किया जा रहा है

दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारी कर्मचारियों को मजबूर कर रही है कि वे रैली में शामिल हों। भारद्वाज ने बताया कि पिछले छह महीनों में भाजपा के व्यवहार के कारण लोग रैली में नहीं जाना चाहते। उन्होंने रैली के लिए कर्मचारियों को डंडे के बल पर लाने की बात कही और इसे तानाशाही का उदाहरण बताया।
 | 
दिल्ली में मोदी की रैली: AAP का आरोप, सरकारी कर्मचारियों को मजबूर किया जा रहा है

सौरभ भारद्वाज का बयान

Saurabh Bhardwaj: आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहा कि आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक रैली हो रही है। उन्होंने बताया कि 27 वर्षों बाद दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद भाजपा ने एक भव्य रैली आयोजित करने की योजना बनाई है, जिसमें लगभग 1 लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है।


उन्होंने आगे कहा कि पिछले छह महीनों में भाजपा ने दिल्ली की जनता के साथ जो व्यवहार किया है, उससे लोग नाराज हैं और रैली में शामिल होने के लिए इच्छुक नहीं हैं। भारद्वाज ने आरोप लगाया कि भाजपा को रैली में भीड़ जुटाने के लिए सरकारी कर्मचारियों को मजबूर करना पड़ रहा है। यह एक शर्मनाक स्थिति है कि नगर निगम के कर्मचारी, मलेरिया विभाग के कर्मचारी और स्कूल के अध्यापक डंडे के बल पर रैली में लाए जा रहे हैं।


जन्माष्टमी और रैली का आदेश

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कल जन्माष्टमी थी, जब लोग व्रत रखते हैं और रात में मंदिर जाकर पूजा करते हैं। इस दिन के बाद, जब लोग नवमी की पूजा करने के लिए घर में आराम करना चाहते थे, उन्हें भाजपा की नगर निगम द्वारा आदेश दिया गया कि सुबह 7 बजे एक निश्चित स्थान पर उपस्थित होना अनिवार्य है।


उन्होंने एक आदेश का उल्लेख किया, जिसमें नगर निगम के अध्यापकों को सुबह 7 बजे एक स्थान पर पहुंचने और 7:30 बजे रैली के लिए रवाना होने का निर्देश दिया गया था। इस आदेश में यह भी कहा गया था कि रैली में उपस्थित होना अनिवार्य है। भारद्वाज ने इसे तानाशाही का उदाहरण बताया।


दिल्ली की जनता की नाराजगी

सौरभ भारद्वाज ने सवाल उठाया कि आखिर ऐसा क्या कारण है कि दिल्ली के लोग प्रधानमंत्री मोदी की रैली में नहीं जाना चाहते। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता भाजपा के साथ नहीं है और भाजपा ने चुनाव धोखे से जीते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने सत्ता में आने के बाद प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ा दी और झुग्गी बस्तियों पर बुलडोजर चलाकर लाखों लोगों को बेघर कर दिया।


उन्होंने कहा कि हाल की बारिश के कारण भाजपा की लापरवाही से 30 लोगों की मृत्यु हुई। भारद्वाज ने कहा कि आज लोग आवारा कुत्तों की सुरक्षा के लिए इकट्ठा होने को तैयार हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की रैली में जाने को तैयार नहीं हैं।


वीडियो सबूत

प्रेस वार्ता के दौरान, सौरभ भारद्वाज ने कुछ वीडियो भी दिखाए, जिनमें सफाई कर्मचारियों को बिना जानकारी के रैली में ले जाया जा रहा है। एक वीडियो में महिला सफाई कर्मचारी ने कहा कि उन्हें छुट्टी के दिन भी बुलाया गया और उन्हें यह नहीं बताया गया कि उन्हें कहां ले जाया जा रहा है।


उन्होंने यह भी बताया कि लाइसेंसिंग विभाग के अधिकारियों ने रेडी पटरी लगाने वालों को धमकी दी कि उन्हें रैली में जाना होगा, अन्यथा उन्हें काम नहीं करने दिया जाएगा। भारद्वाज ने कहा कि आज दिल्ली में भाजपा की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि गरीब लोग रैली में जाने को तैयार नहीं हैं।