दिल्ली में रामलीला और दुर्गापूजा के लिए मुफ्त बिजली और सिंगल विंडो सिस्टम की घोषणा

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की नई पहल
दिल्ली में रामलीला और दुर्गापूजा के आयोजन के लिए विशेष सुविधाएं
नई दिल्ली – दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रामलीला और दुर्गापूजा के आयोजन को सुगम बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। उन्होंने घोषणा की है कि अब इन आयोजनों के लिए सभी आवश्यक अनुमतियां और एनओसी सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से प्रदान की जाएंगी। इसके साथ ही, हर समिति को 1200 यूनिट तक मुफ्त बिजली भी दी जाएगी। इसके अलावा, सरकार द्वारा सफाई, पानी, और स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने आयोजकों से अपील की है कि वे अपने धार्मिक आयोजनों में सामाजिक संदेश भी फैलाएं, जिससे लोगों में जागरूकता बढ़े और दिल्ली के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हो।
इस संबंध में मुख्यमंत्री ने दिल्ली सचिवालय में एक विशेष बैठक का आयोजन किया, जिसमें रामलीला और दुर्गापूजा समितियों के पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में बिजली मंत्री आशीष सूद, कला और संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक एकता का भी प्रतीक हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 27 वर्षों बाद भारतीय जनता पार्टी की सरकार दिल्ली में बनी है, और यह सरकार जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि आयोजन के लिए जिला स्तर पर सिंगल विंडो सिस्टम स्थापित किया जाएगा, जिससे आयोजकों को विभिन्न विभागों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इसके अलावा, बिजली मीटर लगाने के लिए केवल 25 प्रतिशत सुरक्षा राशि जमा करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि आयोजन स्थलों पर सफाई, फॉगिंग, पानी के टैंकर, स्वास्थ्य सुविधाएं, एंबुलेंस, शौचालय, फायर टेंडर और पुलिस व्यवस्था के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए जाएंगे। ट्रैफिक व्यवस्था और पार्किंग की स्पष्ट व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।
इन आयोजनों के लिए दो अलग-अलग समितियां बनाई जाएंगी, जो आयोजकों की समस्याओं का त्वरित समाधान करेंगी। एक समिति का नेतृत्व दिल्ली सरकार के मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह करेंगे। मुख्यमंत्री ने आयोजकों से आग्रह किया कि वे अपने आयोजनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से लेकर 2 अक्टूबर तक चलने वाले सेवा पखवाड़े से जोड़ें और स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन आयोजनों का उद्देश्य केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज को सकारात्मक दिशा देना भी है। उन्होंने आयोजकों से अनुरोध किया कि वे स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, और जल संरक्षण जैसे मुद्दों पर जागरूकता फैलाएं।