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दिल्ली में हाइड्रोजन ऊर्जा से प्रदूषण कम करने की योजना

दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या को हल करने के लिए सरकार ने हाइड्रोजन ऊर्जा के विकास की योजना बनाई है। दक्षिण कोरिया के सहयोग से नए प्रोजेक्ट शुरू होंगे, जो प्रदूषण को कम करने में मदद करेंगे। इसके अलावा, पौधरोपण अभियान भी चलाया जाएगा, जिससे दिल्ली को हरा-भरा बनाने का प्रयास किया जाएगा। जानें इस पहल के बारे में और कैसे यह दिल्ली की हवा को साफ करने में सहायक होगा।
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दिल्ली में हाइड्रोजन ऊर्जा से प्रदूषण कम करने की योजना

दिल्ली में प्रदूषण की समस्या का समाधान


दक्षिण कोरिया के सहयोग से हाइड्रोजन ऊर्जा का विकास


दिल्ली में वायु प्रदूषण एक गंभीर चुनौती बना हुआ है, जिसे हर सरकार ने अपने कार्यकाल में संबोधित करने का प्रयास किया है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी यह मुद्दा प्रमुखता से उभरा था, जिसमें भाजपा ने बेहतर पर्यावरण का आश्वासन दिया था।


अब जब भाजपा सरकार ने अपने पहले सौ दिन पूरे कर लिए हैं, तो वह इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही है। हाल ही में दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने कोरिया एनवायरमेंटल इंडस्ट्री एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि दिल्ली को स्वच्छ और हरित बनाने के लिए हाइड्रोजन ऊर्जा के नए प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा।


पर्यावरण अनुकूल ढांचे की दिशा में कदम

मंजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने, सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने और पर्यावरण के अनुकूल ढांचा विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। कोरिया की उन्नत तकनीक दिल्ली की वायु को साफ करने में सहायक होगी। कोरिया एनवायरमेंटल इंडस्ट्री एसोसिएशन ने हाइड्रोजन ऊर्जा, कचरा रीसाइक्लिंग, प्रदूषण नियंत्रण और डिजिटल पर्यावरण प्रबंधन की तकनीकों का प्रदर्शन किया।


उन्होंने दिल्ली सरकार के साथ पायलट प्रोजेक्ट और तकनीकी सहयोग की इच्छा व्यक्त की। सिरसा ने कोरिया एनवायरमेंटल इंडस्ट्री एसोसिएशन के अनुसंधान और ज्ञान साझा करने के मॉडल की सराहना की, जो दिल्ली के ग्रीन गवर्नेंस योजना के अनुरूप है।


पौधरोपण अभियान की तैयारी

दिल्ली में पर्यावरण प्रदूषण के स्थायी समाधान के लिए एक व्यापक पौधरोपण अभियान जल्द ही शुरू किया जाएगा। दिल्ली सरकार ने इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली हैं। इस अभियान में दिल्ली के सभी स्कूलों और सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से पौधरोपण किया जाएगा, और पौधों की देखभाल के लिए जिम्मेदारियां भी तय की जाएंगी।


इससे आने वाले वर्षों में दिल्ली को हरा-भरा बनाने और वायु प्रदूषण से स्थायी राहत प्रदान करने में मदद मिलेगी।