दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव: छात्रों के लिए राजनीति में पहला कदम

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव का महत्व
दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनावों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। कल मतदान हुआ और आज मतगणना शुरू हो चुकी है, जिससे आज शाम तक नए अध्यक्ष का नाम सामने आ जाएगा। यह चुनाव राजनीति में कदम रखने का पहला अवसर माना जाता है, खासकर उन छात्रों के लिए जो राजनीतिक क्षेत्र में रुचि रखते हैं। छात्रसंघ के अध्यक्ष का पद केवल मीटिंग्स आयोजित करने या कॉलेज में कार्यक्रमों की देखरेख करने तक सीमित नहीं है।
छात्रों की आवाज़ और प्रशासन के बीच पुल
छात्रसंघ का अध्यक्ष छात्रों की समस्याओं को उठाता है और उनके सपनों को साकार करने का प्रयास करता है। यह पद विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी बनता है। DUSU अध्यक्ष कॉलेज स्तर की समस्याओं से लेकर शिक्षा नीति, हॉस्टल सुविधाओं, फीस और महिलाओं की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी आवाज उठाने का साहस रखता है। अध्यक्ष मीडिया से संवाद करता है, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से संपर्क में रहता है और बड़े नेताओं की नजर में आता है। यही कारण है कि यह पद युवाओं को आकर्षित करता है।
2025 के DUSU चुनावों की विशेषताएँ
इस वर्ष के DUSU चुनावों ने एक बार फिर साबित किया है कि मेहनत किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होती है। इस बार प्रचार की शैली, पोस्टर्स और कैंपेनिंग तकनीकें पहले से अधिक प्रभावशाली हैं। मतदान में भागीदारी लगभग 39-40 प्रतिशत रही, जो छात्रों की उम्मीदों को दर्शाती है। हालांकि, इस चुनाव में पैसे, पहचान और बाहरी समर्थन की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो गई है।
छात्रसंघ अध्यक्ष के लाभ
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव बड़े पैमाने पर राजनीति में पहला कदम है। चुनाव जीतने पर नेताओं को क्या लाभ होता है, यह सभी जानते हैं। लेकिन छात्रसंघ के अध्यक्ष को क्या मिलता है, जिसके लिए लोग जान की बाजी लगाते हैं? अध्यक्ष को विश्वविद्यालय स्तर पर पहचान, नेटवर्किंग के अवसर और मीडिया में चर्चित होने का लाभ मिलता है, जिससे राजनीति और सामाजिक कार्यों में बेहतर अवसर प्राप्त होते हैं।
लीडरशिप का अनुभव और कौशल विकास भी इस पद का एक महत्वपूर्ण पहलू है। इस पद पर कार्य करने से छात्र आयोजनों, कैंपेनिंग और प्रशासनिक मामलों में अनुभव प्राप्त करते हैं। सार्वजनिक बोलने की क्षमता, संगठनात्मक कौशल और संवाद करने की कला सीखने का अवसर मिलता है, जो भविष्य में राजनीति में करियर बनाने में सहायक होता है। हालांकि, DUSU अध्यक्ष को वेतन नहीं मिलता, लेकिन छात्रसंघ को कुछ संसाधन जैसे कार्यालय की सुविधाएँ, कैंपेनिंग संसाधन और संपर्क अधिकार मिलते हैं।