नाना पटोले का विवादास्पद बयान: ऑपरेशन सिंदूर को बताया 'बच्चों का वीडियो गेम'

कांग्रेस नेता नाना पटोले का बयान
कांग्रेस नेता नाना पटोले: नाना पटोले ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ भारत की हालिया सैन्य कार्रवाई, जिसे ऑपरेशन सिंदूर कहा गया, पर विवादास्पद टिप्पणी की है। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने इस ऑपरेशन को 'बच्चों का वीडियो गेम' करार दिया, जिसके बाद उन्हें काफी आलोचना का सामना करना पड़ा।
पटोले का बड़ा बयान
पटोले ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को 'बच्चों का वीडियो गेम' कहा गया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान को पहले से सूचित किया गया था कि किन ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा।
‘ऑपरेशन सिंदूर म्हणजे कॉम्प्युटर गेम आहे’ असं संतापजनक वक्तव्य काँग्रेसचे नेते @NANA_PATOLE यांनी केलं आणि ‘काँग्रेस का हात पाकिस्तान के साथ’ हे पुन्हा एकदा सिद्ध झालं.
— Chandrashekhar Bawankule (@cbawankule) June 12, 2025
भारताच्या शत्रूंच्या मनात भीती निर्माण करणाऱ्या या मोहिमेची हेटाळणी करणं म्हणजे फक्त वीर जवानांचा आणि…
'छोटे बच्चे कंप्यूटर...'
पटोले ने कहा कि विदेश मंत्री के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान को पहले ही सूचित किया गया था कि किन स्थानों पर हमले किए जाएंगे, ताकि वे वहां से लोगों को हटा सकें। इसका मतलब यह है कि यह एक ऐसा खेल था जो छोटे बच्चे कंप्यूटर पर खेलते हैं।
VIDEO | Congress leader Nana Patole on Operation Sindoor said: “The sindoor of 26 women in Pahalgam was wiped away, and the terrorists responsible have still not been found. Operation Sindoor was halted for trade interests. Trump said a dozen times that trade would stop with both… pic.twitter.com/01MQlQ3cDY
— Press Trust of India (@PTI_News) June 12, 2025
ट्रंप के आदेश पर रोका गया ऑपरेशन सिंदूर
पटोले ने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को व्यापार के कारण रोका गया। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार कहा था कि यदि संघर्ष विराम नहीं किया गया तो वह व्यापार रोक देंगे, इसलिए ट्रंप के आदेश पर यह ऑपरेशन रोक दिया गया।
पहलगाम के आतंकी अब भी फरार
पटोले ने मोदी सरकार से सवाल किया कि बैसरन घाटी में 26 लोगों की हत्या करने वाले आतंकियों का अब तक पता क्यों नहीं चला है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलवामा हमले का सच अब तक सामने नहीं आया है, इसलिए मोदी सरकार को बार-बार झूठ नहीं बोलना चाहिए।