नेपाल में केपी शर्मा ओली का इस्तीफा: सोशल मीडिया बैन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन

नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ जनता सड़कों पर उतर आई है, जिसके परिणामस्वरूप कई मंत्रियों के घरों में आग लगा दी गई है। इस दौरान 20 से अधिक प्रदर्शनकारियों की जान चली गई है।
Nepal Prime Minister K.P. Sharma Oli resigns amid violent protests in Kathmandu over alleged corruption. pic.twitter.com/6VbW7AGidY
— News Media September 9, 2025
नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन के खिलाफ काठमांडू घाटी और अन्य शहरों में अशांति फैल गई है। सरकार द्वारा फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफार्मों पर लगाए गए प्रतिबंध ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों को जन्म दिया है, जिसे नेपाल जेनरेशन जेड विरोध प्रदर्शन कहा जा रहा है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें जारी हैं, जिसके कारण काठमांडू, पोखरा, इटाहारी और अन्य क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। अस्पतालों में हताहतों की संख्या बढ़ती जा रही है।
मंत्रियों के घरों में आगजनी
कई मंत्रियों के घरों में लगाई आग
रिपोर्टों के अनुसार, गंभीर सुरक्षा चिंताओं के चलते काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। प्रदर्शनकारियों ने सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यालयों और मुख्यमंत्री कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया है। काठमांडू में लोग कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
भारत की एडवाइजरी
भारत ने जारी की एडवाइजरी
इस बीच, भारत ने नेपाल में अपने नागरिकों के लिए एक सलाह जारी की है, जिसमें उन्हें 'सावधानी बरतने' और 'दिशानिर्देशों का पालन करने' की सलाह दी गई है। यह सलाह तब आई है जब नेपाल में जेन-जेड के नेतृत्व में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसके चलते कई प्रमुख सोशल मीडिया ऐप्स को ब्लॉक कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री ओली की गठबंधन सरकार में नेपाली कांग्रेस पार्टी के गृह मंत्री रमेश लेखक ने घातक झड़पों के बाद नैतिक आधार पर इस्तीफा दे दिया।
विरोध प्रदर्शन की उत्पत्ति
विरोध प्रदर्शन की शुरुआत कैसे हुई?
गौरतलब है कि सरकार ने हाल ही में फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और यूट्यूब सहित 26 सोशल मीडिया साइटों पर प्रतिबंध लगाया था। यह कदम तब उठाया गया जब ये प्लेटफार्म निर्धारित समय सीमा के भीतर संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ पंजीकरण कराने में विफल रहे। नेपाल में सोमवार को प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर रोक लगाने के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हुए, जिसमें कम से कम 19 लोग मारे गए और 300 से अधिक घायल हुए।