नेपाल में राजनीतिक बदलाव: सुशीला कार्की बनीं पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री

नेपाल चुनाव 2026: नई शुरुआत
Nepal Elections 2026: नेपाल की राजधानी काठमांडू से एक महत्वपूर्ण समाचार आ रहा है। लंबे समय से चल रही राजनीतिक अस्थिरता के बीच, अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होती दिख रही है। सेना द्वारा लगाए गए कर्फ्यू को हटा लिया गया है, और सुशीला कार्की ने अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली है, जिससे राजनीतिक प्रक्रिया को फिर से शुरू करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं। भारत ने भी नेपाल के इस नए राजनीतिक चरण में सहयोग का आश्वासन दिया है। आइए, नेपाल की वर्तमान स्थिति पर एक नज़र डालते हैं।
सेना का निर्णय
हाल ही में काठमांडू में हुई हिंसा और राजनीतिक उथल-पुथल के चलते सेना ने कर्फ्यू लागू किया था। लेकिन अब, स्थिति सामान्य होने के बाद, सेना ने 13 सितंबर को सुबह 5 बजे से कर्फ्यू हटाने का निर्णय लिया है। हालांकि, सड़कों पर सेना की उपस्थिति कुछ और दिनों तक बनी रह सकती है ताकि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में रहे।
आम चुनाव की तारीख
नेपाल में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को पुनर्जीवित करते हुए, राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल ने प्रधानमंत्री सुशीला कार्की की सिफारिश पर प्रतिनिधि सभा को भंग कर दिया है। अब, 5 मार्च 2026 से पहले देश में आम चुनाव आयोजित किए जाएंगे। यह निर्णय नेपाल में स्थिरता और सुशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
सुशीला कार्की का शपथ ग्रहण
नेपाल की सुप्रीम कोर्ट की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। उन्होंने राष्ट्रपति भवन शीतल निवास में शपथ ली। यह नेपाल के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि यह पहली बार है जब देश को महिला अंतरिम प्रधानमंत्री मिली हैं।
भारत का सहयोग
शपथ ग्रहण के बाद, नेपाल में भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने सुशीला कार्की से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। वह इस अवसर पर मिलने वाले पहले विदेशी राजनयिक बने। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सुशीला कार्की को उनकी नियुक्ति पर बधाई भेजी है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री कार्की ने कहा कि नेपाल इस संकट के समय में भारत से बड़ी मदद की उम्मीद करता है।
भारत-नेपाल संबंध
राजदूत श्रीवास्तव ने यह भी आश्वासन दिया कि भारत नेपाल के हर प्रयास में सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि भारत नेपाल के पुनर्निर्माण, चुनाव और विकास की हर प्रक्रिया में पूर्ण सहयोग देने के लिए तैयार है।
नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता के बीच कर्फ्यू का हटना, अंतरिम सरकार का गठन और आगामी चुनाव की घोषणा देश के लिए राहत की खबर है। भारत का सहयोग दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत कर सकता है।