पंजाब में SDRF फंड पर विवाद: आम आदमी पार्टी का विपक्ष पर आरोप

SDRF फंड को लेकर बढ़ता विवाद
पंजाब में SDRF फंड के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और विपक्ष के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। मान सरकार ने भाजपा और कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वे जनता को गुमराह करने के लिए झूठी जानकारी फैला रहे हैं। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने स्पष्ट किया कि केंद्र से प्राप्त हर एक रुपये का सही तरीके से उपयोग किया गया है और सरकार हमेशा आपदा प्रभावित लोगों के साथ खड़ी रही है।
SDRF फंड का विवरण
हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि 1 अप्रैल 2022 से 10 सितंबर 2025 के बीच पंजाब को SDRF के तहत कुल 1,582 करोड़ रुपये मिले हैं। 2022-23 में 208 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जिनमें से 61 करोड़ रुपये खर्च किए गए। 2023-24 में 645 करोड़ रुपये मिले, जबकि 420 करोड़ रुपये खर्च किए गए। 2024-25 में 488 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जिसमें से 27 करोड़ रुपये खर्च किए गए। 2025-26 में 241 करोड़ रुपये मिले, और 140 करोड़ रुपये खर्च किए गए। उन्होंने कहा कि अब तक कुल ₹649 करोड़ विभिन्न राहत और पुनर्वास कार्यों में खर्च किए जा चुके हैं, और शेष राशि का उपयोग वर्तमान और भविष्य के राहत अभियानों में किया जाएगा।
विपक्ष पर आरोप
चीमा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर जनता को गुमराह कर रही है, जबकि कांग्रेस बिना सबूत के आरोप लगाकर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने भाजपा नेताओं से सवाल किया कि यदि वे सच में पंजाब के हित में हैं, तो केंद्र द्वारा SDRF के हजारों करोड़ रुपये क्यों रोके गए हैं।
किसानों की सहायता
वित्त मंत्री ने कहा कि बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं में केंद्र ने राहत देने में देरी की, लेकिन मान सरकार ने तुरंत मुआवज़ा बांटकर प्रभावित किसानों और लोगों की सहायता की। उन्होंने कहा कि सरकार हर कठिनाई में जनता के साथ खड़ी रही है और SDRF फंड का उपयोग समय पर राहत सुनिश्चित करने के लिए किया गया है।
सरकार की प्रतिबद्धता
चीमा ने यह भी कहा कि पंजाब सरकार ने हमेशा पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ आपदा प्रबंधन किया है। उन्होंने विपक्षी दलों से अपील की कि वे झूठा प्रचार बंद करें और जनता को गुमराह करने की कोशिश न करें। सरकार का स्पष्ट संदेश है कि हर रुपये का उपयोग आपदा प्रभावितों की भलाई और राहत कार्यों में किया गया है और आगे भी किया जाएगा।