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पंजाब में बाढ़: 1698 गांवों में तबाही, 39 लोगों की मौत

पंजाब में हालिया बाढ़ ने 1698 गांवों को प्रभावित किया है, जिसमें 39 लोगों की जान चली गई है। 1988 के बाद की सबसे भयंकर बाढ़ ने फसलों को भारी नुकसान पहुँचाया है। राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं, और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है। पंजाब सरकार ने राहत के लिए 71 करोड़ रुपये जारी किए हैं। जानें इस बाढ़ के कारण और राहत प्रयासों के बारे में अधिक जानकारी।
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पंजाब में बाढ़: 1698 गांवों में तबाही, 39 लोगों की मौत

पंजाब में बाढ़ का कहर

पंजाब में बाढ़: 1698 गांवों में तबाही, 39 लोगों की मौत, फसलों को भारी नुकसान!: चंडीगढ़: पंजाब में मूसलधार बारिश ने व्यापक तबाही मचाई है। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि मृतकों की संख्या 39 तक पहुंच गई है। 1988 के बाद आई सबसे भयंकर बाढ़ ने 23 जिलों में 1.75 लाख हेक्टेयर फसलों को नष्ट कर दिया है।


राहत कार्य और स्थिति

राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं, और विभिन्न स्थानों से मदद पहुंचाई जा रही है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, 1698 गांवों के 3 लाख 80 हजार लोग इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। रूपनगर और पटियाला जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, और लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है। सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 7 सितंबर तक बंद रहेंगे।


केंद्रीय कृषि मंत्री का दौरा

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को अमृतसर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने किसानों से बातचीत की और गुरदासपुर में ट्रैक्टर पर सवार होकर जलमग्न खेतों का निरीक्षण किया, जहां धान की फसल बर्बाद हो गई है।


केंद्र का राहत प्रयास

केंद्र का दौरा और राहत के प्रयास

अमृतसर में चौहान ने बताया कि बाढ़ की स्थिति का आकलन करने के लिए दो केंद्रीय टीमें पंजाब पहुंची हैं, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट केंद्र को सौंपेंगी। उनके साथ केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, पंजाब बीजेपी प्रमुख सुनील जाखड़, राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ और बीजेपी नेता सुभाष शर्मा भी मौजूद थे।


हिमाचल और जम्मू-कश्मीर का प्रभाव

हिमाचल और जम्मू-कश्मीर की बारिश का असर

हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश ने पंजाब की स्थिति को और बिगाड़ दिया है। सतलुज, व्यास और रावी जैसी नदियां उफान पर हैं, जिससे गांव, शहर और खेत जलमग्न हो गए हैं। इससे जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है।


पंजाब सरकार का राहत पैकेज

पंजाब सरकार का राहत पैकेज

पंजाब सरकार ने तात्कालिक राहत और पुनर्वास के लिए 71 करोड़ रुपये जारी किए हैं। ‘आप’ सरकार ने वादा किया है कि वह प्रभावित लोगों के नुकसान की पूरी भरपाई करेगी। इस बीच, केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर फसलों के नुकसान का आकलन किया।


भाखड़ा बांध पर खतरा

भाखड़ा बांध पर बढ़ता खतरा

पंजाब में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। गुरुवार सुबह भाखड़ा बांध का जलस्तर 1,677.84 फुट था, जो इसकी अधिकतम क्षमता 1,680 फुट से बस कुछ ही कम है। बांध में 86,822 क्यूसेक पानी का प्रवाह हुआ, जबकि 65,042 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। हिमाचल में भारी बारिश को देखते हुए बांध से पानी छोड़ने की मात्रा को 65,000 से बढ़ाकर 75,000 क्यूसेक करने की तैयारी है।


नेताओं का दौरा और राहत कार्य

नेताओं का दौरा और राहत कार्य

पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने पठानकोट के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। ‘आप’ नेता मनीष सिसोदिया ने तरनतारन में स्थिति का जायजा लिया, जबकि आप सांसद राघव चड्ढा ने राहत कार्यों के लिए 3.25 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया।


पटियाला में अलर्ट

पटियाला में भी अलर्ट

पटियाला जिला प्रशासन ने राजपुरा उप-मंडल में घग्गर नदी के पास के गांवों के लिए अलर्ट जारी किया है। अंबाला में टांगरी नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है, और भारी बारिश के बाद पटियाला में भी इसके बढ़ने की आशंका है।


केंद्र से मदद की मांग

केंद्र से मदद की मांग

1 से 4 सितंबर तक पांच बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा करने के बाद राज्यपाल ने चौहान को जमीनी स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने फसलों, जान-माल और बुनियादी ढांचे को हुए भारी नुकसान की जानकारी दी। केंद्र सरकार ने तत्काल राहत और पुनर्वास के लिए हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।


बाढ़ की गंभीरता

पंजाब इस समय दशकों की सबसे भयानक बाढ़ से जूझ रहा है। सतलुज, व्यास और रावी नदियों के साथ-साथ हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण छोटी नदियां भी उफान पर हैं। यह बाढ़ आपदा न केवल फसलों और संपत्ति को नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि लाखों लोगों का जीवन भी प्रभावित कर रही है।