पंजाब में शिक्षा क्रांति: 24 लाख छात्रों का भविष्य सुरक्षित

सरकारी स्कूलों की सफलता की नई कहानी
सरकारी स्कूलों की सफलता की नई कहानी
चंडीगढ़ से आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने हाल ही में पंजाब में शिक्षा के क्षेत्र में हुई प्रगति की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य के सरकारी स्कूल अब प्राइवेट स्कूलों को चुनौती दे रहे हैं और 24 लाख छात्रों का भविष्य सुरक्षित है। सिसोदिया ने यह भी बताया कि यह सफलता शिक्षकों और प्रिंसिपलों की मेहनत का परिणाम है, जिन्होंने राज्य सरकार की नीतियों का पालन किया।
उन्होंने इस उपलब्धि को सभी सहयोगियों के लिए एक बड़ी सफलता बताया और कहा कि यह केवल शुरुआत है। पंजाब शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने की दिशा में अग्रसर है। सिसोदिया ने यह भी उल्लेख किया कि पिछले समय में शिक्षा माफिया के कारण सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एक सपना बनकर रह गई थी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा, अमन अरोड़ा, हरजोत सिंह बैंस और बरिंदर गोयल जैसे कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
भविष्य निर्माण की दिशा में कदम
भविष्य निर्माण की दिशा में कदम
दिल्ली के पूर्व सीएम और आप के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने इस अवसर पर कहा कि उन्होंने केवल स्कूल नहीं बनाए, बल्कि बच्चों का भविष्य भी बनाया है। उन्होंने शिक्षा विभाग के सभी शिक्षकों और स्टाफ का आभार व्यक्त किया, जिनकी मेहनत और प्रतिबद्धता ने इस उपलब्धि को संभव बनाया।
केजरीवाल ने कहा कि एन ए एस -2024 में पंजाब की यह उपलब्धि इतिहास में दर्ज की जाएगी। यह सर्वेक्षण भारत सरकार द्वारा किया गया था, जो इस उपलब्धि की महत्ता को और बढ़ाता है।